4% बढ़ा हुआ वोट किसकी लाएगा मौज और किसे झटका, महाराष्ट्र में हलचल तेज
- चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक विधानसभा के लिए हुई वोटिंग में महाराष्ट्र का वोटिंग प्रतिशत करीब 65.11 प्रतिशत रहा है। वोटिंग का यह प्रतिशत पिछले चुनावों के मुकाबले करीब चार प्रतिशत ज्यादा है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो चुका है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इस बार महाराष्ट्र में पिछले चुनावों के मुकाबले ज्यादा मतदान हुआ है। मतदान में 4 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि ने एकतरफ जहां महायुति के नेताओं को जीत के प्रति आश्वस्त कर दिया है तो वहीं महाविकास अद्याड़ी को यह बढ़ा हुआ मतदान सत्ता विरोधी लहर का नतीजा लग रहा है। अद्याड़ी के नेताओं का मानना है कि राज्य की जनता ने महायुति के खिलाफ अपने घरों से बाहर निकलकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। दूसरी तरफ महायुति के नेताओं का मानना है कि उनके मुख्य मतदाताओं ने मतदान के लिए बड़ी संख्या में अपने घरों से निकलकर महायुति सरकार के पक्ष में मतदान किया है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक विधानसभा के लिए हुई वोटिंग में महाराष्ट्र का वोटिंग प्रतिशत करीब 65.11 प्रतिशत रहा है। वोटिंग का यह प्रतिशत पिछले चुनावों के मुकाबले करीब चार प्रतिशत ज्यादा है। पिछले चुनाव में मतदान प्रतिशत 61.1 रहा था, जबकि इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में भी मतदान प्रतिशत 61.29 ही रहा था। मुंबई की कोलाबा विधानसभा को छोड़कर लगभग सभी विधानसभा क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत 50 से अधिक रहा।
महाराष्ट्र में अधिक मतदान पर शिवसेना यूबीटी के अनंत दुबे ने कहा कि अधिकांश ग्रामीण इलाकों में लोग अपने घरों से बाहर निकले और अपने मत का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में जहां अधिक मतदान होता है, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोग बदलाव चाहते हैं। यहां, लोग पिछली सरकार से बदलाव चाहते थे।
अधिक मतदान को लेकर आरएसएस ने कहा कि महाराष्ट्र में ज्यादा मतदान हो इसके लिए हमारे स्वयं सेवकों ने जमीनी स्तर पर मेहनत की थी। उसी का नतीजा है कि राज्य में पिछले चुनावों के मुकाबले अधिक मतदान हुआ। लोगों ने महायुति की सरकार को एक और मौका देने के लिए जोर शोर से अपने मतदान का प्रयोग किया है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बढ़े हुए मतदान को लेकर कहा कि महायुति सरकार ने अपने कार्यकाल में बेहतर प्रदर्शन किया है। जनता का बड़ी संख्या में वोट करने के लिए आना, राज्य में चल रही सत्ता समर्थक लहर का परिणाम है।
चुनाव आयोग के मुताबिक महाराष्ट्र के अलावा, झारखंड में भी अधिक मतदान हुआ है। इस बार वहां पर पिछले चुनाव की तुलना में 3 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग हुई है। दोनों ही पार्टियां इसको लेकर दावा कर रही है कि उनके पक्ष में ज्यादा मतदान हुआ है।