तो राजनीति छोड़ दूंगा; नतीजों से पहले ही ठाकरे गुट ने एकनाथ शिंदे को याद दिलाया पुराना बयान
- Maharashtra Election Eknath Shinde: शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की नेता सुषमा अंधारे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा है। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए एक ट्वीट किया है।
Maharashtra Election Eknath Shinde: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की मतगणना शुरू हो चुकी है। नतीजे अगले कुछ घंटों में पता चल जाएंगे। लेकिन इससे पहले ही छींटाकशी का दौर शुरू हो चुका है। शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की नेता सुषमा अंधारे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधा है। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने एकनाथ शिंदे को उनके पुराने बयान की याद दिलाई और लिखा कि सोचा कि याद दिला दूं। गौरतलब है कि जून 2022 में एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते वक्त एक बयान दिया था। उस वक्त शिंदे ने कहा था कि अगर उनके साथ आए 50 विधायकों में से एक भी अगले चुनाव में हारता है तो वह राजनीति छोड़ देंगे।
जून 2022 में एकनाथ शिंदे ने शिवसेना से बगावत करके उद्धव ठाकरे की सरकार गिरा दी थी। 50 विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे ने बाद में भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई थी और खुद मुख्यमंत्री बने थे। शपथ ग्रहण के बाद मुंबई में अपनी ताकत प्रदर्शित करते हुए शिंदे ने एक बड़ा बयान दिया था। इसमें शिंदे ने कहा था कि उनका समर्थन कर रहे अगर अगले चुनाव में उनका समर्थन कर रहे 50 शिवसेना विधायकों में से कोई भी हार जाता है तो वह राजनीति को अलविदा कह देंगे। सुषमा अंधारे ने शिंदे को यही बयान याद दिलाया है। बता दें कि शिवसेना से बगावत को लेकर शिंदे के ऊपर गद्दारी के आरोप लगे थे।
बता दें कि एकनाथ शिंदे यह भी कह चुके हैं कि जब एमवीए की सरकार बन रही थी तब वह मुख्यमंत्री बनने की रेस में सबसे आगे थे। लेकिन उनकी ही पार्टी (अविभाजित शिवसेना) से कुछ लोगों ने उन्हें धोखा दे दिया। एकनाथ शिंदे ने कहा था कि अजित पवार ने उन्हें इस बारे में बताया था। इसके मुताबिक अजीत पवार ने कहा था कि हमें आपको मुख्यमंत्री बनाने पर कोई आपत्ति नहीं थी। लेकिन आपकी ही पार्टी से कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति जताई थी।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की काउंटिंग चल रही है। यहां पर भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ अलग पार्टी बनाने वाले एकनाथ शिंदे और अजित पवार की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है। अगर एकनाथ शिंदे को फिर से मुख्यमंत्री बनना है तो उनकी शिवसेना को अच्छा प्रदर्शन करना ही होगा।
इस बीच नतीजे आने से पहले ही महायुति और एमवीए ने निर्दलीयों को अपने साथ जोड़ने के लिए बैठक शुरू कर दी थी। निर्दलीय और छोटे दलों के लिए फोन कॉल शुरू हो गए हैं। अब देखना यह है कि नतीजों के बाद निर्दलीय और छोटी पार्टियां किसकी ओर रुख करती हैं।