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'आपके आने से असुरक्षित होता है महाराष्ट्र', PM मोदी के 'एक हैं तो सेफ हैं' वाले बयान पर संजय राउत

  • संजय राउत ने पीएम मोदी पर राज्य का दौरा करके अस्थिरता पैदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी के दौरे विभाजन पैदा करने और अशांति भड़काने के प्रयास होते हैं।

Niteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तानSat, 9 Nov 2024 12:13 PM
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शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'एक हैं तो सेफ हैं' वाले नारे की आलोचना की है। शनिवार को उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र पहले से ही एक सुरक्षित राज्य है। राउत ने पीएम मोदी पर राज्य का दौरा करके अस्थिरता पैदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी के दौरे विभाजन पैदा करने और अशांति भड़काने के प्रयास होते हैं। संजय राउत ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि पीएम मोदी ऐसी भाषा का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं। पिछला नारा 'बंटोगे तो कटोगे' फेल हो गया जिसके बाद यह नया नारा पेश किया गया है। महाराष्ट्र में तो लोग पहले से सुरक्षित हैं। जब भी मोदी यहां के दौरे पर आते हैं, तो राज्य असुरक्षित हो जाता है। वह भड़काते हैं और अशांति फैलाने का काम करते हैं। सुरक्षा सुनिश्चित करनी है तो हमें भाजपा को हटाना होगा।'

दरअसल, पीएम मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान की शुरुआत ‘एक हैं, तो सेफ हैं’ के नारे से की। उनका यह आह्वान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नारे ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के कुछ दिनों के बाद ही आया है। उन्होंने कांग्रेस पर एक जाति को दूसरी के खिलाफ खड़ा करने का आरोप लगाया और लोगों से एकजुट रहने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी का एकमात्र एजेंडा एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ लड़ाना है। वे नहीं चाहते कि एससी, एसटी और ओबीसी प्रगति करें और उन्हें उचित सम्मान मिले... याद रखें, ‘एक हैं तो सेफ हैं'।’ महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए पीएम ने उत्तर महाराष्ट्र के धुले में अपनी पहली रैली में ये बातें कहीं।

'अगर कोई महाराष्ट्र को लूट रहा है तो...'

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना चीफ राज ठाकरे के बयान पर संजय राउत ने कहा, 'जिसके साथ जिस भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए उस भाषा का इस्तेमाल हम करते हैं। अगर कोई महाराष्ट्र को लूट रहा है, उसे तोड़ रहा है, महाराष्ट्र के ऊपर हमला कर रहा है तो ऐसे लोगों के साथ संतों की भाषा का इस्तेमाल किया जाए? हमने बाला साहेब ठाकरे के साथ काम किया है। हमें पता है कि किसके लिए किस भाषा का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। राज ठाकरे भाजपा और देवेंद्र फडणवीस के खास हैं। जो स्क्रिप्ट वहां से लिखकर आती है वो केवल उसे पढ़ लेते हैं। उन्हें क्या पता महाराष्ट्र की अस्मिता और स्वाभिमान क्या है। हम लोग लड़ेंगे, भाषा हमारा हथियार है और उस हथियार का इस्तेमाल हम जरूर करेंगे।'

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