महाराष्ट्र के अखबारों में छपा 'एक हैं तो सेफ हैं' का विज्ञापन, नारे पर क्यों भाजपा का इतना जोर
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 'बंटेंगे तो कटेंगे' का नारा दे चुके हैं। इसे हिंदुओं से एकजुट रहने के आह्वान के तौर पर देखा जा रहा है।
महाराष्ट्र के अखबारों में 'एक हैं तो सेफ हैं' वाला नारा सोमवार को विज्ञापन के तौर पर छपा है। साफ है कि राज्य के विधानसभा चुनाव में भाजपा इस संदेश को मजबूती से रख रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद एक चुनावी रैली के दौरान 'एक हैं तो सेफ हैं' का नारा दिया था। इसे लेकर कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दल केंद्र सरकार पर हमलावर हैं और इसे विभाजनकारी नारा बताया जा रहा है। बीजेपी की ओर से जारी अखबार के विज्ञापन में महायुति गठबंधन के सहयोगियों शिवसेना और एनसीपी के लोगो भी शामिल हैं। धुले में बीते दिनों चुनावी रैली में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी का एकमात्र एजेंडा एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाना है। उन्होंने कहा, 'वे नहीं चाहते कि एससी, एसटी और ओबीसी प्रगति करें और उन्हें उचित मान्यता मिले। याद रखें... 'एक हैं तो सेफ हैं।'
इससे पहले, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 'बंटेंगे तो कटेंगे' का नारा दे चुके हैं। इसे हिंदुओं से एकजुट रहने के आह्वान के तौर पर देखा जा रहा है। राजनीतिक जानकार ‘एक हैं तो सेफ हैं’ वाले नारे को ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का विस्तार बनाते हैं। हालांकि, इसका चुनावी लाभ किस हद तक मिल पाएगा यह देखने वाली बात होगी। कांग्रेस भारत को आरएसएस और भाजपा खतरा बता रही है। खरगे ने कहा, ‘प्रधानमंत्री कहते हैं ‘एक हैं तो ‘सेफ’ हैं’ जबकि भाजपा के अन्य नेता ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ की बात करते हैं। किसे खतरा है? क्या कोई समस्या है? वास्तव में देश को आरएसएस, भाजपा, मोदी और शाह से खतरा है।’ खरगे ने मोदी के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए सवाल किया कि क्या उन्हें लोकतांत्रिक प्रधानमंत्री कहा जा सकता है?
झारखंड में भी बुलंद हुआ 'एक हैं तो सेफ हैं' का नारा
महाराष्ट्र में राजनीतिक वर्चस्व के लिए एमवीए और भाजपा नीत सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है। इस बीच, पीएम मोदी ने झारखंड के बोकारो में भी रविवार को चुनावी जनसभा में ‘एक हैं तो सेफ हैं’ का नारा बुलंद किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग को तोड़कर उन्हें छोटी-छोटी जातियों में बांटना चाहती है। उन्होंने झारखंड की जनता को एकजुट रहने का संदेश देते हुए कहा कि ‘एक हैं तो सेफ हैं।’ मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस ने देश की आजादी के बाद समाज के इस बिखराव का चुनावी फायदा उठाया और केंद्र में सरकारें बनाती रही। उन्होंने कहा, ‘आजादी के बाद जब तक एससी, एसटी और ओबीसी समाज बिखरा रहा, कांग्रेस ‘बांटो और राज करो’ के सिद्धांत के जरिए केंद्र में सरकारें बनाती रही। जैसे ही ये समुदाय एकजुट हुए... कांग्रेस फिर पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में अपनी सरकार नहीं बना पाई।’
(एजेंसी इनपुट के साथ)