बचपन से ही पढ़ते आ रहे हैं कि... सीएम योगी आदित्यनाथ के 'बंटोगे तो कटोगे' नारे पर बोलीं कंगना रनौत
- कंगना रनौत ने कहा कि यह एकता का आह्वान है। हम बचपन से ही पढ़ते आ रहे हैं कि एकता ही हमारी शक्ति है। जब तक हम एक हैं, तब तक नेक हैं। जब हम बंटेंगे तो कटेंगे।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान होने हैं। राज्य में चुनाव प्रचार तेजी से चल रहा है। इस बीच, सीएम योगी आदित्यनाथ के 'बंटोगे तो कटोगे' बयान को लेकर भी काफी चर्चाएं हो रही हैं। अब हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनौत ने इस बयान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि बचपन से ही पढ़ते आ रहे हैं कि एकता में ही शक्ति है।
नागपुर में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कंगना रनौत ने कहा, ''यह एकता का आह्वान है। हम बचपन से ही पढ़ते आ रहे हैं कि एकता ही हमारी शक्ति है। जब तक हम एक हैं, तब तक नेक हैं। जब हम बंटेंगे तो कटेंगे। परिवार में भी हम यही कहते हैं कि परिवार साथ में होना चाहिए। उसी तरह देश भी एक साथ में होना चाहिए। हमारी पार्टी एक सनातनी पार्टी है। हमारी पार्टी पीओके को भी साथ लेना चाहती है और विपक्ष की बांटने की साजिश नाकाम हो रही है।''
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बंटोगे तो कटोगे का नारा दिया था। इसके बाद इस बयान पर विपक्ष की ओर से भी काफी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली, लेकिन जब सीएम योगी ने यह बयान महाराष्ट्र में रैली के दौरान दिया तो बीजेपी के सहयोगी अजित पवार और बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने इससे किनारा कर लिया। हालांकि, फडणवीस ने सफाई दी कि इस नारे से दूरी बनाने वाले नेता नारे का मतलब समझ नहीं पाए। एक तरफ सीएम योगी ने बंटोगे तो कटोगे का नारा दिया है, तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी ने भी एक हैं तो सेफ हैं के नारे का बार-बार जिक्र कर रहे हैं।
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान
महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों के साथ-साथ कई सीटों पर उपचुनाव करवाए जा रहे हैं। झारखंड में पहले फेज का मतदान 13 नवंबर को हुआ, जबकि दूसरा फेज 20 नवंबर को होगा। इसके अलावा, महाराष्ट्र में भी 20 नवंबर को सभी 288 सीटों पर वोटिंग होनी है। इन चुनावों के नतीजों का ऐलान 23 नवंबर को किया जाना है। महाराष्ट्र में मुख्य मुकाबला महायुति और महा विकास अघाड़ी के बीच में है। महायुति में बीजेपी, एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल है तो महा विकास अघाड़ी में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना और शरद पवार की एनसीपी है।