Hindi Newsमहाराष्ट्र न्यूज़How BJP Got Gopal Shetty Nomination Withdrawal from Borivli in Mumbai Maharashtra Assembly Election

BJP महासचिव ने पिलाई कौन सी घुट्टी, बोरीवली से नाम वापस लेने को फौरन राजी हो गए गोपाल शेट्टी

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने रविवार को शेट्टी के साथ बैठक की थी और उन्हें अपना नामांकन वापस लेने के लिए राजी किया। शेट्टी और तावड़े पुराने साथी रहे हैं। दोनों के बीच गहरी दोस्ती रही है।

Pramod Praveen लाइव हिन्दुस्तान, मुंबईMon, 4 Nov 2024 05:34 PM
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मुंबई की बोरीवली विधानसभा सीट से संजय उपाध्याय को टिकट दिया है। इससे नाराज होकर भाजपा के पूर्व सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल शेट्टी ने बतौर निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया था लेकिन काफी मान मनौव्वल और गुप्त बैठकों के बाद उन्होंने सोमवार को बोरीवली सीट से अपनी उम्मीदवारी वापस लेने की घोषणा की है। सोमवार को नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन था। उनके चुनाव मैदान में डटे रहने से भाजपा का कोर वोट संजय उपाध्याय और गोपाल शेट्टी के बीच बंटने का खतरा था लेकिन पार्टी के दिग्गज नेता और पार्टी महासचिव विनोद तावड़े की वजह से यह संकट टल गया है।

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने रविवार को शेट्टी के साथ बैठक की थी और उन्हें अपना नामांकन वापस लेने के लिए राजी कर लिया लेकिन ये सब एक झटके में कैसे मुमकिन हो सका।  दरअसल, शेट्टी और तावड़े पुराने साथी रहे हैं। दोनों के बीच गहरी दोस्ती रही है। इसी की बदौलत भाजपा ने इस ताकतवर बागी को साध लिया। शेट्टी ने शनिवार को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव शिव प्रकाश से मुलाकात की थी। इस दौरान विनोद तावड़े भी वहां मौजूद थे। बाद में तावड़े और शेट्टी ने रविवार को बैठक की थी। तावड़े महाराष्ट्र सरकार में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री और विपक्ष के नेता रह चुके हैं। अब वह दिल्ली में भाजपा के महासचिव हैं।

सोमवार को शेट्टी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं आज अपना नामांकन वापस ले रहा हूं। मेरी आपत्ति भाजपा की कार्यशैली को लेकर थी, जहां मेरे जैसे पार्टी कार्यकर्ताओं से परामर्श किए बिना ही फैसले लिए जाते हैं। पार्टी लगातार विधानसभा चुनावों के लिए बाहर से उम्मीदवार उतार रही थी और यह माना जा रहा था कि यह सब मुझसे परामर्श के बाद किया जा रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जब बोरीवली विधानसभा सीट से (पूर्व में) उम्मीदवारों का चयन किया गया तो मुझसे कभी विचार विमर्श नहीं किया गया। मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं और मैंने हमेशा निर्णय लेने की एक खास शैली के प्रति अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं।’’ अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट से भाजपा की एक अन्य असंतुष्ट उम्मीदवार स्वैच्छिक शर्मा ने भी अपना नामांकन वापस लेने की घोषणा की है। शेट्टी की बगावत को भाजपा के लिए उसके गढ़ में झटका माना जा रहा था।

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उन्होंने 2014 और 2019 में मुंबई उत्तर लोकसभा सीट से चार लाख से अधिक के अंतर से जीत हासिल की थी लेकिन 2024 के आम चुनावों में उन्हें टिकट नहीं दिया गया। इस सीट पर भाजपा के वरिष्ठ नेता पीयूष गोयल ने जीत दर्ज की, जो अब केंद्रीय मंत्री हैं। जब शेट्टी का लोकसभा चुनाव में टिकट कटा था, तब कहा गया था कि उन्हें बोरीवली सीट से उम्मीदवार बनाया जाएगा लेकिन जब बोरीवली से भी टिकट कट गया तो शेट्टी बागी हो गए। अब माना जा रहा है कि रविवार को दोनों नेताओं और पुराने दोस्तों के बीच जो डील हुई है, उसमें कहा गया है कि अगर फिर से राज्य में महायुति की सरकार बनती है तो शेट्टी को मंत्री बनाया जाएगा। (भाषा इनपुट्स के साथ)

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