टाइट सिक्योरिटी के बावजूद बाबा सिद्दीकी की कैसे हो गई हत्या? सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ करेगा क्राइम ब्रांच
- पुलिस ने अब तक 4 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है जिनमें हरियाणा निवासी गुरमैल बलजीत सिंह, उत्तर प्रदेश का रहने वाले धर्मराज राजेश कश्यप शामिल है। वे दोनों शूटर बताए जाते हैं।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या को लेकर जांच जारी है। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा अब उनके सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ करने वाली है। मालूम हो कि बाबा सिद्दीकी को '2+1' सुरक्षा मिली हुई थी। इसका मतलब है कि दिन में 2 सुरक्षा गार्ड और रात में एक उनकी सिक्योरिटी में तैनात रहेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, जब सिद्दीकी बांद्रा ईस्ट गए तो उनके साथ दो सुरक्षा गार्ड मौजूद थे। मगर, इससे पहले कि वह अपने बेटे के ऑफिस से रात करीब 8:30 बजे निकलते, वहां से एक सुरक्षाकर्मी कहीं चला गया था। इसका मतलब है कि सिद्दीकी के साथ केवल एक सुरक्षा गार्ड था जिसने गोलीबारी होने पर जवाबी कार्रवाई नहीं की। इसे लेकर सवाल उठ रहा है।
66 साल के बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात मुंबई के पॉश इलाके बांद्रा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के वक्त वह अपने बेटे व विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर निकल रहे थे। पुलिस ने अब तक 4 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है जिनमें हरियाणा निवासी गुरमैल बलजीत सिंह, उत्तर प्रदेश का रहने वाले धर्मराज राजेश कश्यप शामिल है। वे दोनों कथित शूटर हैं। गिरफ्तार किये गए 2 अन्य व्यक्ति हरीश कुमार बालकराम निषाद और सह- षड्यंत्रकारी व शुभम लोंकर का भाई प्रवीण लोंकर है। प्रवीण पुणे का रहने वाला है।
लोंकर बंधुओं के माता-पिता से होगी पूछताछ
मुंबई पुलिस की एक टीम महाराष्ट्र के अकोला जिले का भी दौरा करेगी, जहां लोंकर बंधुओं के माता-पिता रहते हैं। पुलिस शुभम लोंकर के ठिकाने के बारे में जानकारी जुटाने के लिए उनसे बात करेगी। यह संदेह है कि ने ही फेसबुक पर पोस्ट किया था कि सिद्दीकी की हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का हाथ है। लोंकर बंधुओं ने निषाद के माध्यम से शूटर को 5 लाख रुपये नकद दिए थे। शुभम पुणे में डेयरी चलाता है। शुभम से पूछताछ में पता चला कि वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल से संपर्क में था। जमानत मिलने के बाद शुभम 24 सितंबर को लापता हो गया, जबकि पुलिस उस पर नजर रख रही थी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)