'जीभ दाग देनी चाहिए', राहुल गांधी पर विवादित टिप्पणी करने वाले भाजपा सांसद पर केस दर्ज
- कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता गुरुवार को गायकवाड़ और बोंडे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बोंडे को राहुल गांधी के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है।
महाराष्ट्र में महायुति सरकार के नेताओं की ओर से कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ की गई विवादित टिप्पणियों ने राजनीतिक सरगर्मियों को बढ़ा दिया है। भाजपा के राज्यसभा सांसद अनिल बोंडे के खिलाफ अमरावती पुलिस ने बुधवार को 'दंगे भड़काने' के इरादे से की गई टिप्पणी के आरोप में मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा राहुल गांधी की जीभ काटने पर 11 लाख रुपये का इनाम घोषित करने के एक दिन बाद हुई है। गायकवाड़ ने राहुल गांधी द्वारा आरक्षण व्यवस्था पर की गई टिप्पणी पर नाराजगी जताते हुए विवादित बयान दिया था।
इसके बाद मंगलवार को एक सभा को संबोधित करते हुए भाजपा के राज्यसभा सांसद बोंडे ने कहा, "जीभ काटने की भाषा उचित नहीं है, लेकिन राहुलजी ने जो आरक्षण के खिलाफ कहा वह खतरनाक है। इसलिए अगर कोई विदेश में कुछ भी बेतुका बोलता है, तो उसकी जीभ काटने के बजाय दाग दी जानी चाहिए। ऐसे लोगों की जीभ दागना जरूरी है - चाहे वो राहुल गांधी हों, ज्ञानेश महाराव हों या श्याम मानव या फिर बहुजनों और बहुसंख्यकों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले लोग हों।”
बोंडे की इस टिप्पणी के बाद कांग्रेस के नेता व अमरावती सांसद बलवंत वानखेड़े और पूर्व मंत्री यशोमती ठाकुर ने विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद बोंडे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। अमेरिका की अपनी हाल की यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों से कहा था कि कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे। उन्होंने कहा था, ‘‘फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है।’’
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इन नेताओं की टिप्पणियां जम्मू और कश्मीर तथा हरियाणा में आगामी चुनावों के मद्देनजर राहुल गांधी की सुरक्षा को खतरे में डालने और देश में शांति भंग करने के इरादे से की गई हैं। बोंडे की टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विपक्षी दलों ने भी उनकी आलोचना की। यहां तक कि भाजपा के भीतर भी बोंडे को समर्थन नहीं मिला।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि वह बोंडे और गायकवाड़ द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ की गई टिप्पणियों का समर्थन नहीं करते, लेकिन उन्होंने राहुल गांधी से "भारत-विरोधी" बयानों से बचने और आरक्षण मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने का अनुरोध किया।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता गुरुवार को गायकवाड़ और बोंडे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बोंडे को राहुल गांधी के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, "कांग्रेस इन लोगों को उसी भाषा में जवाब दे सकती है, लेकिन यह हमारी पार्टी की संस्कृति नहीं है।" उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की चुप्पी इस मुद्दे पर इन नेताओं का समर्थन करती है। अमरावती के पुलिस आयुक्त नवीन रेड्डी ने बताया कि राजापेठ पुलिस ने बुधवार को बोंडे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
अमरावती के राजापेठ थाने में सांसद अनिल बोंडे के खिलाफ धारा 192 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना), धारा 351 (2) (जानबूझकर किसी अन्य व्यक्ति को आपराधिक बल के प्रयोग के लिए विवश करना) और 356 (मानहानि के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।