आतंकवाद के खिलाफ खंडवा में निकाला मशाल मार्च, अचानक लगी आग; महिलाओ-बच्चों सहित 30 झुलसे
खंडवा में 13 साल पहले हुए एक तिहरे हत्याकांड की बरसी के मौके पर आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ा मशाल मार्च निकाला गया। इसी दौरान खंडवा के घंटाघर चौक पर मशाल जुलूस में एक बड़ा हादसा हो गया।
खंडवा में 13 साल पहले हुए एक तिहरे हत्याकांड की बरसी के मौके पर आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ा मशाल मार्च निकाला गया। इसी दौरान खंडवा के घंटाघर चौक पर मशाल जुलूस में एक बड़ा हादसा हो गया। दरअसल मशाल जुलूस के खत्म होने पर जब सभी अपनी मशालों की आग बुझा रहे थे, तब कुछ लोगों ने अपनी जलती मशाल फेंकना शुरू कर दिया। जो वहां पर मौजूद लोगों पर गिर गईं। जिससे अफरातफरी मच गई। मशाल के बुरादे और तेल ने देखते ही देखते एक बड़ी आग का रूप धारण कर लिया। जिसमें 30 लोग झुलस गए।
घायलों में पुरुषों के साथ महिला और बच्चे भी शामिल हैं। सभी को इलाज के लिए तत्काल जिला अस्पताल भेजा गया। जहां मामूली रूप से घायल हुए तकरीबन 18 लोगों को छुट्टी दे दी गई। वहीं 12 लोग अस्पताल में अभी भी इलाज करवा रहे हैं। गनीमत रही कि समय रहते प्रशासन ने एक बड़ी घटना को होने से टाल दिया वरना एक बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। बड़ी संख्या में लोग इस रैली में शामिल थे। अगर आग और विकराल रूप लेती तो कई लोग और भी इस आग की चपेट में आ जाते। आयोजन में शामिल होने के लिए हैदराबाद की गोशामहाल विधानसभा से विधायक टी राजा और भाजपा नेता नाजिया इलाही खान भी खंडवा आए थे।
कुछ मशालें उल्टी होने के कारण भभकीं
इधर इस पूरे घटनाक्रम को लेकर खंडवा एसपी मनोज कुमार राय ने बताया कि एक श्रद्धांजलि सभा को लेकर बड़ा बम क्षेत्र में एक कार्यक्रम रखा गया था। जिसके बाद एक मशाल जुलूस की अनुमति भी आयोजकों द्वारा ली गई थी। वह कार्यक्रम जब घंटाघर पर समाप्त हो रहा था, उस दौरान उनके हाथों में जो मशालें थीं, वह रखते समय कुछ मशाल उल्टी हो गयीं। इसके कारण उनमें जो बुरादा और तेल भरा हुआ था, उससे आसपास रखी हुईं मशालें भभक गईं। इसके बाद वहां घेरा बनाकर ज लोग खड़े थे, जिनमें कुछ महिलाएं, बच्चे और पुरुष शामिल थे, उनके चेहरे और हाथों के कुछ हिस्से प्रारंभिक रूप से झुलसे हैं।
30 में से 18 घायल प्राथमिक उपचार कर लौटे
वहीं खंडवा एसपी राय ने बताया कि इस हादसे के बाद जिला अस्पताल में 30 लोगों को उपचार के लिए लाया गया था । जिनमें से 18 लोग अस्पताल से प्राथमिक उपचार मिलने के बाद, अपने-अपने घर वापस चले गए हैं, वहीं शेष बचे 12 लोगों का उपचार फिलहाल जिला अस्पताल के डॉक्टरों के द्वारा किया जा रहा है। हालांकि इनमें से कोई भी घायल खतरे में नहीं है, और सभी खतरे से फिलहाल बाहर हैं, और जिला अस्पताल के डॉक्टरों की टीम सभी घायलों का इलाज कर रही है, इसलिए कुछ भी घबराने की स्थिति जैसी बात नहीं है।
रिपोर्ट- निशात मोहम्मद
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