लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका, दिग्विजय सिंह के करीबी सुमेर सिंह बीजेपी में शामिल
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सुमेर सिंह, दिग्विजय सिंह के पारिवारिक सदस्य के जैसे थे। सूत्रों ने कहा कि साल 2010-15 में कांग्रेस शासन के वक्त सुमेर सिंह गुना से कांग्रेस के जिला पंचायत अध्यक्ष बने।
इसी साल देश में लोकसभा चुनाव होने हैं औऱ उससे पहले कांग्रेस पार्टी को झटके पर झटके लग रहे हैं। अब मध्य प्रदेश में एक जिले के बड़े कांग्रेस नेता और महापौर ने बीजेपी का दामन थाम लिया। उनके साथ-साथ कई पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी भाजपा ज्वाइन कर लिया। लेकिन माना जा रहा है कि इस बीच गुना में कांग्रेस पार्टी को सबसे बड़ा झटका लगा है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्वजिय सिंह के बेहद करीबी माने जाने वाले सुमेर सिंह ने हाथ का साथ छोड़ दिया है। सुमेर सिंह ने गुना में बुधवार को केंद्रीय नागरिक एवं उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थाम लिया।
क्या बोले सिंधिया..
सुमेर सिंह के बीजेपी में शामिल होने के मौके पर केंद्रीय मंत्री ने एक्स पर लिखा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रवाद की विचारधारा, जनसेवा के भाव व देश व प्रदेश में विकास के नए कीर्तिमान से आकर्षित होकर आज मेरे पुराने पारिवारिक मित्र सुमेर सिंह गरहा जी ने गुना में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। सुमेर सिंह जी से जुड़ाव का विवरण इतना ही काफ़ी है कि आज से पाँच दशक पूर्व जब मेरी आजी अम्मा जी भारतीय जनता पार्टी को मध्यप्रदेश में स्थापित करने का कार्य कर रहीं थी, तब इनके पिताजी राजा ढोकल सिंह जी ने भी आजी अम्मा का सहयोग किया था। जय भाजपा ! जय माँ भारती !'
दिग्गी के बेहद करीबी माने जाते हैं
मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह के शासन काल में सुमेर सिंह state Public Service Commission (PSC). के सदस्य नियुक्त किए गए थे। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सुमेर सिंह, दिग्विजय सिंह के पारिवारिक सदस्य के जैसे थे। सूत्रों ने कहा कि साल 2010-15 में कांग्रेस शासन के वक्त सुमेर सिंह गुना से कांग्रेस के जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए थे।
सूत्रों ने कहा है कि सुमेर सिंह के साथ-साथ उनके बेटे धनंजय सिंह औऱ कई पार्टी समर्थकों ने भी भगवा पार्टी ज्वाइन कर लिया। गुना सर्किट हाउस में सिंधिया की मौजूदगी में यह सभी बीजेपी में शामिल हुए हैं। बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साल 2020 में बीजेपी का दामन थामा था।
कमलनाथ के करीबी भी बीजेपी में चले गए
सिर्फ गुना में ही नहीं कांग्रेस को जबलपुर जिले में भी झटका लगा है। जबलपुर से कांग्रेस के मेयर जगत बहादुर (अन्नू) भी अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए हैं। जगत बहादुर कांग्रेस के ही पूर्व सीएम कमलनाथ के करीबी माने जाते हैं।
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