Hindi Newsमध्य प्रदेश न्यूज़Ratlam IDBI Bank Cashier turned out to be a robber embezzled Rs 1 crore 21 lakh to get rich quick

रतलाम में आईडीबीआई बैंक का कैशियर निकला 'डाकू', जल्दी अमीर बनने को चुराए 1.21 करोड़ रुपये

रतलाम के पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोधा ने बताया आरोपी पर धारा 409 के तहत मामला दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया। आरोपी से जानकारी जुटा रहे हैं कि असल में उसने किन-किन जगहों पर रुपये खर्च किए हैं।

Praveen Sharma रतलाम। लाइव हिन्दुस्तान, Sat, 19 Aug 2023 06:50 AM
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मध्य प्रदेश के रतलाम में आईडीबीआई बैंक के ही कर्मचारी ने ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप में निवेश के लिए अपने ही बैंक में डाका डाल लिया। बैंक के ही कैशियर सुरेश मीणा ने बैंक की राशि में से 1 करोड़ 21 लाख रुपये का गबन कर 50 लाख रुपये ट्रेडिंग ऐप में निवेश कर दिए और शेष राशि अपने परिचितों और रिश्तेदारों में बांट दी।

बैंक मैनेजर किशोर तंवर ने संबंधित मामले की शिकायत माणकचौक थाने में दर्ज कराई थी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी कैशियर सुरेश मीणा को गिरफ्तार कर शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने कोर्ट से आरोपी से रकम की जानकारी निकलवाने के लिए 5 दिनों का रिमांड मांगा था। इसके बाद पुलिस ने आरोपी से जब पूछताछ की तो आरोपी सुरेश ने बताया कि उसने 50 लाख रुपये से अधिक राशि ट्रेडिंग ऐप में लगाने की बात स्वीकार की और बची हुई राशि अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के खातों में जमा कर दी। पुलिस अब आरोपी सुरेश से जानकारी जुटा रही है कि उसने कितनी और किस-किस को राशि ट्रांसफर की है।

यह है पूरा मामला

शहर के नाहरपुरा में स्थित आईडीबीआई बैंक के ब्रांच मैनेजर किशोर तंवर ने इस मामले में थाना माणकचौक में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि ब्रांच में सुरेश पिता बद्रीप्रसाद मीणा निवासी करोली राजस्थान हालमुकाम लक्ष्मणपुरा कैशियर के तौर पर 17 जनवरी 2022 से पदस्थ है। 10 अगस्त 2023 को बैंक में जमा में कैश गड़बड़ी पाई गई। बैंक के सिस्टम के मुताबिक, बैंक में 1 करोड़ 46 लाख 39, 664 रुपये होने चाहिए थे, लेकिन सिर्फ 25 लाख 39, 664 रुपये ही मिले। रकम की गिनती में 1 करोड़ 21 लाख रुपये कम मिले।

मैनेजर किशोर तंवर ने जब इस बारे में कैशियर मीणा से पूछा तो उसने बताया कि उसने कैश काउंटर व सेफ डिपॉजिट में से अलग-अलग समय पर कुल 1 करोड़ 21 लाख रुपये निकाले हैं। इसे लेकर बैंक मैनेजर काफी नाराज हुए। कई दिनों तक जब आरोपी कर्मचारी मीणा ने राशि जमा नहीं की तो मजबूरन पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवानी पड़ी।

दरअसल, पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोधा ने बताया आरोपी पर धारा 409 के तहत मामला दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया। आरोपी से जानकारी जुटा रहे हैं कि असल में उसने किन-किन जगहों पर रुपये खर्च किए हैं। मामले में बाकी आरोपियों की भी गिरफ्तारी होनी है। इसके अलावा जिन ऐप में पैसा खर्च किया गया है रिकवरी के लिए उन्हें रिक्वेस्ट भेजी गई है।

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