एमपी में आज से मोहन तो छत्तीसगढ़ में विष्णु की सरकार, शपथ ग्रहण में मोदी-शाह समेत ये दिग्गज
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बुधवार से नई सरकारें काम शुरू करेंगी। मोहन यादव बुधवार को भोपाल में MP के सीएम पद की शपथ लेंगे तो दूसरी ओर विष्णुदेव साय को रायपुर में मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बुधवार से भाजपा की सरकारें काम शुरू कर देंगी। भाजपा की ओर से मनोनीत मोहन यादव बुधवार को सुबह 11:30 बजे भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित एक भव्य समारोह में एमपी के सीएम पद की शपथ लेंगे तो दूसरी ओर विष्णुदेव साय को रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में दोपहर दो बजे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। दोनों शपथ ग्रहण समारोहों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री एवं अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों की नजर
दोनों ही राज्यों में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। चौक-चौराहों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, विमानतल आदि अन्य जगहों पर सघन तलाशी अभियान चलाया जाएगा। अतिविशिष्ट आमंत्रित व्यक्तियों और नवनिर्वाचित विधायकों के साथ ही कार्यक्रम स्थल पर विशिष्ट अतिथियों, मीडिया प्रतिनिधियों और आमजनों के बैठने के लिए अलग-अलग सेक्टर बनाए गए हैं।
एमपी में कैसा रहेगा कार्यक्रम
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी जी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री सहित अन्य लोग शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नितिन गडकरी समेत अन्य कद्दावर नेता शामिल होंगे। मध्य प्रदेश में राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा उप मुख्यमंत्री होंगे। हालांकि यह साफ नहीं है कि वे भी यादव के साथ शपथ लेंगे या नहीं।
रायपुर में दो बजे कार्यक्रम
राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में बुधवार को दोपहर दो बजे आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में 50 हजार से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। कार्यक्रम के लिए विपक्ष (कांग्रेस) सहित राज्य के सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया गया है। अधिक से अधिक लोग शपथग्रहण देख सके इसके लिए एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई है।
छत्तीसगढ़ कैबिनेट में कौन?
रायपुर अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य 13 दिसम्बर को दोपहर दो बजे राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में शपथ ग्रहण करेंगे। मंत्रिमंडल में किसे शामिल किया जाएगा और क्या राज्य में दो उप मुख्यमंत्री होंगे, इन सवालों पर प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि शपथ लेने वाले नेताओं की संख्या के बारे में समय आने पर जानकारी मिल जाएगी।
नए और पुराने चेहरों से सजी कैबिनेट
भाजपा के सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ की नई कैबिनेट में नए चेहरों और पुराने नेताओं का सामंजस्य देखा जा सकता है। छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल में सीएम सहित अधिकतम 13 मंत्री हो सकते हैं। राजनीतिक विशेषज्ञ आर. कृष्ण दास ने कहा- हाल के चुनाव में भाजपा से कई नए चेहरे चुने गए हैं, जिससे अटकलें लगाई जा रही हैं कि पुराने लोगों को मंत्रिमंडल में जगह मुश्किल होगी। नई कैबिनेट में महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व मिल सकता है।
इन्हें बनाया जा सकता है डिप्टी सीएम
मंत्रिमंडल में दो उपमुख्यमंत्री होंगे। एक उप मुख्यमंत्री अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का जबकि दूसरा सामान्य वर्ग का हो सकता हैं। प्रभावशाली साहू (तेली) ओबीसी समुदाय से आने वाले प्रदेश अध्यक्ष साव को उप मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बताया जा रहा है। अधिवक्ता से नेता बने साव विवादों से दूर रहे हैं और उन्हें एक तटस्थ नेता के रूप में देखा जाता है, जो प्रदेश भाजपा के किसी भी खेमे से नहीं आते हैं। उप मुख्यमंत्री पद के लिए एक अन्य संभावित उम्मीदवार प्रदेश भाजपा महामंत्री विजय शर्मा हैं, जिन्होंने कवर्धा निर्वाचन क्षेत्र से जीत दर्ज की है।
इन्हें बनाया जा सकता है मंत्री
बृजमोहन अग्रवाल और अमर अग्रवाल (दोनों सामान्य वर्ग से), धरमलाल कौशिक और अजय चंद्राकर (ओबीसी), केदार कश्यप, विक्रम उसेंडी और रामविचार नेताम (अनुसूचित जनजाति), पुन्नूलाल मोहिले और दयालदास बघेल (अनुसूचित जाति) तथा राजेश मूणत (जैन समुदाय) का नाम साय मंत्रिमंडल में संभावित मंत्री के तौर पर चल रहा है। इन नेताओं में धरमलाल कौशिक को छोड़कर अन्य लोग राज्य की पिछली भाजपा सरकारों में मंत्री रह चुके हैं।
इन चेहरों को भी मिल सकती है जगह
राजनीतिक गलियारों में संभावित नए चेहरों के तौर पर आईएएस अधिकारी से नेता बने ओपी चौधरी, गजेंद्र यादव और भावना बोहरा के नाम की भी चर्चा है। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को राज्य विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में नामित किए जाने की संभावना है। महिला नेताओं में पूर्व केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह, पूर्व सांसद गोमती साय और पूर्व मंत्री लता उसेंडी का नाम चर्चा में है। ये तीनों आदिवासी समुदाय से हैं। पिछली भाजपा सरकारों के प्रत्येक कार्यकाल में एक महिला मंत्री होती थी, लेकिन इस बार यह संख्या बढ़ सकती है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।