NHM पेपर लीक: मास्टरमाइंड को पकड़ने 20 टीमें निकलीं, 3 आरोपी रिमांड पर
पुलिस की अलग-अलग बीस टीमें ग्राउंड लेवल पर काम कर रही हैं और यह भी पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि जिस कंपनी को पेपर तैयार कराने का ठेका दिया गया था, इसके अलावा उसकी भूमिका क्या है?
मध्य प्रदेश में 7 फरवरी को आयोजित संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक होने के बाद अब इस पेपर लीक के मास्टर माइंड की तलाश है। ग्वालियर की पुलिस और क्राइम ब्रांच द्वारा इस मामले में अब तक पकड़े गए सातों आरोपियों को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया गया। कोर्ट ने पुलिस की अर्जी को स्वीकार करते हुए तीन आरोपियों को पुलिस रिमांड पर सौंप दिया जबकि पांच को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
अब पुलिस द्वारा इनसे पूरे गोरखधंधे के नेटवर्क को लेकर विस्तृत पूछताछ की जाएगी। इस गैंग के मुख्य सरगना की अभी पुलिस को तलाश है जो कि उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद का रहने वाला है। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों से बरामद हुए लीक पेपर को मिलान के लिए संबंधित एजेंसी को भेजा है। जिसके बाद पता लग सकेगा कि पेपर में कितने प्रश्न एक जैसे थे।
रिमांड- में आरोपी उगलेंगे सच?
पुलिस ने अब तक पकड़े गए सभी आरोपियों के पांच दिन के रिमांड की अर्जी कोर्ट में लगाई थी लेकिन कोर्ट ने सौरभ तिवारी सहित 5 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए। जबकि 3 आरोपियों को पुलिस रिमांड मिली है। 3 दिनों तक यह आरोपी पुलिस रिमांड में रहेंगे। मनीष ,दीपू पांडे और धनंजय को तीन दिन के लिए पुलिस रिमांड में सौंपा गया है।
मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर
ग्वालियर के एसएसपी अमित सांघी ने बताया कि पुलिस ने डबरा के टेकनपुर स्थित होटल से 33 लोगों को पकड़ा था। इनमें से सात आरोपी वो थे जो पर्चा बेच रहे थे। दो आरोपी उत्तरप्रदेश के इलाहबाद के रहने वाले हैं। बाकी दो आरोपी हरियाणा और तीन ग्वालियर के रहने वाले हैं। पुलिस को अभी इनके एक मुख्य साथी की तलाश है जो कि उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद का रहने वाला है। वही इसका मास्टर माइंड है। पकड़े गए सभी आरोपियों को आज माननीय अदालत ने न्यायिक अभिरक्षा में भेजा है।
सरगना को दबोचने निकली पुलिस की दस टीमें
आरोपियों से बरामद हुए मोबाइल की भी पुलिस द्वारा जांच पड़ताल की जा रही है। पुलिस ने मुख्य आरोपी को दबोचने के लिए 20 से अधिक अलग-अलग टीमें तैयार की हैं ताकि मास्टर माइंड को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके। उसके पकड़े जाने के बाद ही पता लग सकेगा कि मुख्य आरोपी द्वारा यह पेपर कैसे प्राप्त किया गया और कौन-कौन लोग इस मामले में शामिल हैं?
पुलिस की अलग-अलग टीमें ग्राउंड लेवल पर काम कर रही हैं और यह भी पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि जिस कंपनी को पेपर तैयार कराने का ठेका दिया गया था, उसकी भूमिका क्या है? लेकिन यह तभी पता चल सकेगा जब मुख्य आरोपी पुलिस के हाथ आएगा।
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