कटनी में मासूम के साथ दुष्कर्म, आरोपी पुलिस की गिरफ्त से फरार, विपक्ष ने गृह मंत्री से की इस्तीफे की मांग
कटनी जिले में तीन साल की बच्ची से दुष्कर्म की घटना के बाद लोगों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंपा था पर पुलिस की गिरफ्त से आरोपी भाग गया। इससे नाराज लोगों ने चक्काजाम भी किया।
मध्य प्रदेश के कटनी में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर अब सवाल खड़े हो रहें हैं। स्थानीय लोगों से लेकर विपक्ष तक में पुलिस के लिए गुस्सा है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि कटनी जिले में तीन साल की बच्ची से दुष्कर्म की घटना के बाद लोगों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंपा था पर पुलिस की गिरफ्त से आरोपी भाग गया। इससे नाराज लोगों ने चक्काजाम भी किया। और इस दौरान लोगों ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
दरअसल कटनी के कैमोर थाना इलाके में तीन साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था। जिसके बाद वहां के स्थानीय लोगों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। लेकिन जब लोगों को पता चला कि आरोपी पुलिस की गिरफ्त से भाग गया है तो लोग गुस्से में आ गए। और लोगों ने चक्काजाम कर दिया। उस दौरान लोगों का कहना था कि बच्ची से रेप की घटना दुखद है। हालांकि उससे भी दुखद है कि पुलिस ने आरोपी को भगा दिया।
वहीं इसे लेकर लोगों ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उसे कठोर सजा दी जाए। साथ ही लापरवाह पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की जाए। पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कहा कि बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। और फिलहाल हालत नाजुक बनी हुई है। आरोपी डायल 100 के वाहन चालक को चकमा देकर भाग गया है। जिसे पकड़ने में पुलिस जुटी हुई है। और साथ ही जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।
इधर विपक्ष ने इस घटना के बाद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस के मीडिया उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि मध्य प्रदेश के कटनी में 3 साल की आदिवासी बच्ची का अपहरण कर दुष्कर्म करने वाले अपराधी को ग्रामीणों द्वारा पकड़ लिया गया। मगर दुष्कर्मी का पुलिस की गाड़ी से फरार हो जाना मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति पर तमाचा है। प्रदेश शर्मिंदगी महसूस करता है कि जिन कन्याओं की पूजा करने का ढोंग इस प्रदेश में किया जाता है वह प्रदेश दुष्कर्मीयों को पकड़ने और उन्हीं कन्याओं की रक्षा करने में असमर्थ है।
उन्होंने कहा कि इन शर्मनाक परिस्थितियों के बाद भी सरकार के गृह मंत्री इस्तीफा देंगे ? शर्म होगी तो कितने मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ेगा क्योंकि यहां अस्पताल जल रहे हैं, नकली अस्पताल चल रहे हैं, स्कूलें बंद हो रही हैं , बच्चियों पर जुल्म हो रहा है, कुपोषण से मर रहीं हैं। उनका भोजन लूटा जा रहा है लेकिन चीतों के लिए हेलीपैड बन रहे हैं। सरकार बताए कि क्या इसी तरह जनजाति समाज का उत्पीड़न होता रहेगा? कब तक कलेक्टर,एसपी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहेंगे?
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।