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बदमाशों से भी पूछा, इनाम रखा और 1000 CCTV खंगाले; उज्जैन रेप कांड के खुलासे की इनसाइड स्टोरी

Ujjain Rape Case : पुलिस ने बताया है कि कांड को सुलझाने के लिए इसके अलावा कई रिक्शा चालकों, ई-रिक्शा चालकों, बस ऑपरेटर्स, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड समेत कुछ अन्य जगहों पर लोगों से पूछताछ की गई थी। 

Nishant Nandan लाइव हिन्दुस्तान, उज्जैनThu, 28 Sep 2023 08:54 PM
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Ujjain Rape Case : महाकाल की नगरी उज्जैन में 12 साल की एक लड़की से दरिंदगी करने वाले आरोपी को आखिरकार पुलिस ने धर दबोचा। पुलिस ने इस पूरे कांड का भंडाफोड़ करते हुए दो आरोपियों को पकड़ा है। मामले को सुलझाने के बाद पुलिस ने बताया कि ऑटो से लड़की को ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया था। पुलिस ने आरोपी से घटना के समय पहने हुए कपड़े भी बरामद कर लिये हैं। यह कपड़े खून से सने थे। पुलिस ने घटा में शामिल ऑटो रिक्शा को भी जब्त कर लिया है। लड़की से रेप के आरोपी का नाम भरत सोनी है और साक्ष्य छिपाने के आरोपी का नाम राकेश मालवीय है। भरत सोनी पेशे से ऑटो ड्राइवर है। 25 सितंबर को जब पहली बार पुलिस को लड़की के बारे में जानकारी मिली थी तब से लेकर इस कांड पर पुलिस के खुलासे के पहले तक कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन अब पुलिस ने बता दिया है कि कैसे कानून के लंबे हाथ आरोपियों तक पहुंचे। पुलिस ने बताया है कि केस को क्रैक करने के दौरान 1000 सीसीटीवी फुटेज को देखा गया और कुछ छटे हुए बदमाशों से भी पूछताछ हुई थी। 
 
उज्जैन पुलिस की तरफ से जानकारी दी गई है कि 72 घंटे के अथक प्रयास के बाद इस केस का खुलासा हो सका है। पुलिस ने बताया कि 25 तारीख को सुबह करीब सवा दस बजे एफ.आर.बी महाकाल को एक बच्ची के बदहवास हालत में चोटिल होने की सूचना मिली थी। पुलिस का कहना है कि जब वो वहां पहुंची तब यह लड़की कुछ भी बता पाने की स्थिति में नहीं थी। ऐसे में इस केस को सुलझाना पुलिस के लिए एक चैलेंज था। पुलिस ने लड़की को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया और फिर बाद में उसके साथ दुष्कर्म होने की जानकारी भी चिकित्सकों ने दी। पुलिस ने पॉक्सो समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर अपनी छानबीन शुरू कर दी। 

SIT बनी औऱ इनाम का हुआ ऐलान

हालांकि, शुरुआती तौर पर पुलिस के पास इस केस में ज्यादा लीड नहीं थे। लड़की अपना नाम, पता और अन्य परिचय तथा घटनास्थल समेत कोई भी जानकारी पुलिस को नहीं दे पा रही थी। लिहाजा पुलिस ने सबसे पहले 28 सदस्यों की एक SIT गठित कर दी। पुलिस ने इस मामले के आरोपियों की जानकारी देने वाले को 10,000 रुपये का इनाम देने का ऐलान भी किया। पुलिस ने उज्जैन के अलावा आसपास के जिलों से भी लड़की के संबंध में जानकारी जुटाने का प्रयास किया। इसके अलावा बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, और रहवासी कॉलोनियों से भी पुलिस ने जितनी जानकारी हो सकती थी उतनी जानकारी जुटाई। 

पुलिस वालों ने लड़की को दिया खून

इधर महिला पुलिसकर्मी लड़की से बातचीत कर उसके बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश में जुटी थीं। लेकिन लड़की अपने और परिवार के बारे में कुछ भी नहीं बता पा रही थी। लड़की की स्थिति ठीक नहीं थी। बेहतर इलाज के लिए उसे इंदौर ले जाया गया। यहां लड़की का सफल ऑपरेशन भी हुआ। पुलिस आरक्षकों ने लड़की की जान बचाने के लिए उसे खून भी दिया। 

निगरानी बदमाशों से हुई पूछताछ

मामले को क्रैक करने में जुटी पुलिस अपनी जांच के दौरान उस जगह पर पहुंची जहां लड़की को पहली बार देखा गया था। पुलिस ने आसपास से कुछ अहम जानकारियां जुटाईं। शहर के एक हजार से भी अधिक सीसीटीवी फुटेज को पुलिस ने खंगाल डाला। बायपास पर स्थित कॉलोनियों में रहने वाले लोगों से भी पुलिस ने पूछताछ कर जानकारियां जुटाईं। इसके बाद पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य जुटाए।

पुलिस ने इस मामले की गुत्थी को सुलझाने और असली आरोपियों को पकड़ने के लिए निगरानी बदमाशों से भी पूछताछ की। इसके अलावा कई रिक्शा चालकों, ई-रिक्शा चालकों, बस ऑपरेटर्स, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड समेत कुछ अन्य जगहों पर लोगों से पूछताछ की गई थी। बहरहाल कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार पुलिस ने इस केस का खुलासा कर दिया है। दो आरोपियों को पकड़ने के बाद अब पुलिस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई में जुटी हुई है। 

रिपोर्ट : वीरेंद्र यादव

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