MP के इस सीट पर BJP का चौंकाने वाला फैसला, 6 बार के विधायक और पूर्व मंत्री का काटा टिकट
MP BJP Candidate List: मध्यप्रदेश में भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की पांचवी सूची जारी कर दी है। इस लिस्ट में भाजपा ने उज्जैन से 6 बार के विधायक रहे पारस जैन का टिकट काट दिया है। सभी सीटों का विश्लेषण।
MP BJP Candidate List: मध्यप्रदेश में भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की पांचवी सूची जारी कर दी है। इस सूची में में 92 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। उज्जैन की उत्तरी सीट पर भाजपा ने चौंकाने वाला फैसला लिया है। उज्जैन उत्तर से भाजपा के पूर्व मंत्री और विधायक पारस जैन का टिकट काट दिया है। वहीं उज्जैन की महिदपुर सीट से विधायक बहादुर सिंह चौहान को फिर से प्रत्याशी बनाया गया है। इसके साथ ही भाजपा ने लिस्ट में उज्जैन से 2 नए चेहरे अनिल जैन कलुहेड़ा और जीतेन्द्र पंड्या को भी मौका दिया है।
उज्जैन उत्तर विधानसभा से पूर्व मंत्री और 6 बार के विधायक रहे पारस चंद्र जैन का टिकट काट दिया है। जैन का टिकट काटने के बाद यहां से नए प्रत्याशी अनिल जैन कलुहेड़ा को प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं उज्जैन की महिदपुर विधानसभा सीट से विधायक बहादुर सिंह चौहान को एक बार फिर भाजपा ने मौका दिया है। इसके अलावा बड़नगर विधानसभा सीट से जीतेन्द्र पंड्या को मैदान में उतारा है। उज्जैन दक्षिण विधानसभा से भाजपा ने 2 बार के विधायक और एक बार के मंत्री डॉ. मोहन यादव को टिकट दिया है। यहां मोहन यादव का मुकाबला कांग्रेस के नए युवा प्रत्याशी चेतन प्रेम नारायण यादव से है।
उज्जैन उत्तर विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है। यहां से आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से आए नए चेहरे विवेक यादव को प्रत्याशी बनाया है। विवेक यादव के मैदान में उतरने के बाद कांग्रेस को चिंता सताने लगी है। इस विधानसभा सीट पर भाजपा ने विधायक पारस जैन का टिकिट काट कर अनिल जैन कलुहेड़ा को प्रत्याशी बनाया है। अनिल जैन कलुहेड़ा 59 साल के हैं और भाजपा से उत्तरी सीट से मैदान में हैं। इस विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने महिला नेत्री माया राजेश त्रिवेदी को प्रत्याशी बनाया है।
उज्जैन की महिदपुर विधानसभा सीट से भाजपा ने बहादुर सिंह चौहान को प्रत्याशी बनाया है। चौहान भाजपा से 4 बार चुनाव लड़े और एक बार हारे हैं जबकि 3 बार के विजेता रहे हैं। चौहान 2003, 2008,2013, 2018 में भाजपा से चुनाव लड़े, जिसमें 2008 में कांग्रेस की कल्पना पारुलकर के सामने इन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इस सीट पर कांग्रेस ने दिनेश जैन बोस को अपना उम्मीदवार बनाया है।
बड़नगर विधानसभा सीट से भाजपा ने नए चेहरे जीतेन्द्र पंड्या को मौका दिया है। 2018 विधानसभा चुनाव में भी इनका भाजपा से टिकट हुआ था लेकिन बाद में इनका टिकट बदल कर संजय शर्मा को दिया गया था। 2018 के चुनाव में भाजपा को यहां हार का सामना करना पड़ा था। भाजपा प्रत्याशी पंड्या लम्बे समय से आरएसएस से जुड़े हुए हैं। इस सीट पर कांग्रेस ने यहां से विधायक मुरली मोरवाल का टिकट काट कर नए चहरे, वकील राजेंद्र सोलंकी को प्रत्याशी बनाया है।
उज्जैन की तराना विधानसभा से कांग्रेस ने अपने विधायक महेश परमार को प्रत्याशी घोषित किया है। इस सीट से भाजपा ने ताराचंद गोयल को अपना प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस के महेश परमार उज्जैन से महापौर का चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि, उस चुनाव में उन्हें मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा था।
उज्जैन की नागदा खाचरोद विधानसभा सीट से विधायक दिलीप सिंह गुर्जर को टिकट दिया है, जबकि भाजपा ने तेज बहादुर सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा के तेज बहादुर सिंह का उनके क्षेत्र में अच्छा खासा विरोध देखने को मिला है। फिलहाल कैलाश विजयवर्गीय ने विरोध को शांत करते हुए पार्टी को एक किया है। इस सीट पर आम आदमी पार्टी के सुबोध स्वामी भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। सुबोध स्वामी पहले कांग्रेसी रहे हैं।
उज्जैन जिले की घटिया विधानसभा सीट से कांग्रेस ने अपने विधायक रामलाल मालवीय पर एकबार फिर से भरोसा जताया है। इस सीट पर भाजपा ने पूर्व में जीते सतीश मालवीय को मैदान में उतरा है। 2018 में कांग्रेस से भाजपा में आए कांग्रेस के सांसद प्रेमचंद गुड्डू के बेटे को टिकट दिया गया था।
उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से भाजपा ने 2 बार के विधायक और एक बार के मंत्री डॉ मोहन यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के नए चेहरे इंजीनियर चेतन प्रेम नारायण यादव से है।
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