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Hindi Newsमध्य प्रदेश न्यूज़Ambulance was not destined father reached collector office with newborn body in bike trunk

स्वास्थ्य व्यवस्था फिर शर्मसार: ऐंबुलेंस तक नसीब नहीं हुई, नवजात के शव को बाइक की डिक्की में कलेक्टर ऑफिस लेकर पहुंचा पिता

मृतक नवजात बच्चे के शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस तक नसीब नहीं हुई। मजबूर होकर पिता मोटरसाइकिल की डिक्की में शव लेकर मदद के लिए कलेक्टर के पास पहुंच गया। कलेक्टर ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।

Vishva Gaurav लाइव हिंदुस्तान, सिंगरौली।Thu, 20 Oct 2022 03:53 AM
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मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में सिस्टम को शर्मसार करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। यहां मृतक नवजात बच्चे के शव को ले जाने के लिए एंबुलेंस तक नसीब नहीं हुई। मजबूर होकर पिता मोटरसाइकिल की डिक्की में शव लेकर मदद के लिए कलेक्टर के पास पहुंच गया। कलेक्टर ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।

सिंगरौली जिले के जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर में किस तरह की बदहाल व्यवस्था है, इसकी एक तस्वीर यहां मंगलवार को देखने को मिली। यहां 17 अक्टूबर को दिनेश भारती अपनी पत्नी मीना भारती को लेकर डिलीवरी कराने के लिए सिंगरौली के जिला अस्पताल पहुंचा था। लेकिन पहले यहां पदस्थ डॉक्टर सरिता शाह ने प्रसव कराने की बजाय महिला को शासकीय चिकित्सालय से निजी क्लीनिक भेज दिया और 5 हजार रुपये भी लिए गए। लेकिन जब उन्हें यह पता चला कि बच्चे की कोख में ही मौत हो चुकी है तो उसे वापस जिला अस्पताल भेज दिया और वहां उसकी डिलीवरी करवाई।

नवाज के शव के लिए नहीं मिली एंबुलेंस
डिलीवरी के दौरान मृत बच्चे का जब जन्म हुआ तो परिजनों ने एंबुलेंस की मांग की, जिससे अपने बच्चे को अपने गांव ले जाकर उसका अंतिम संस्कार कर सकें। जिसके बाद परिवार को इस बेलगाम सिस्टम ने एंबुलेंस तक नहीं दी जिसके बाद पिता दिनेश भारती मृत बच्चे को अपनी मोटरसाइकिल की डिक्की में डालकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए और कलेक्टर को अपनी फरियाद सुनाई जिसके बाद कलेक्टर ने जांच के एसडीएम को तुरंत जांच के आदेश दिए हैं।

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