‘हम सीखना तो आपसे भी चाहते थे लेकिन…’, दिग्विजय की सलाह पर शिवराज के बेटे का जवाब
- अपनी पोस्ट में दिग्विजय ने लिखा था, ‘कार्तिकेय अभी से इस प्रकार का भाषण ना दो। अपने पिता शिवराज सिंह चौहान जी से सीखो। लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष दोनों मिल कर भारत निर्माण में सहयोग करते हैं।’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह के बेटे कार्तिकेय को भाषण के दौरान संभलकर बोलने और अपने पिता से सीख लेने की सलाह दी थी। जिसके बाद कार्तिकेय ने उन्हें चाचा जी संबोधित करते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि कांग्रेस के इतने वरिष्ठ नेता मेरे बयानों को इतना नजदीक से देखते हैं। इसके बाद कार्तिकेय ने कहा कि सीखना हम आपसे भी चाहते थे, लेकिन 10 सालों में आपके शासनकाल के ऐसा कुछ काम हुआ नहीं कि जिससे हम कुछ सीख सकें।'
पीटीआई से बात करते हुए कार्तिकेय ने कहा, 'मैं सम्मानीय मध्य प्रदेश के पूर्व श्री मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जी का सम्मान करता हूं। वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं, दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं और कांग्रेस के महासचिव भी रहे हैं। सचमुच में मेरे लिए तो यह बहुत ही प्रसन्नता का विषय है कि आदरणीय चाचा साहब मुझे और मेरे बयानों को इतनी नजदीकी से देखते हैं, इसके लिए उनका आभार और दूसरी तरफ जहां उनके बयान का सवाल है, जहां कांग्रेस के बयानों का सवाल है, उनके नेताओं के बयानों का सवाल है, वो सब डरने-डराने की बातें करते हैं।'
आगे उन्होंने कहा, 'मैं आप लोगों (मीडिया) के माध्यम से कहना चाहूंगा... आदरणीय दिग्विजय चाचा अगर डर किसी को लगता है तो बुदनी की जनता को आपके उन 10 सालों से लगता है, जिसमें आपने प्रदेश को विनाश की कगार पर छोड़ दिया था। अगर डर किसी को लगता है तो टूटे गड्ढों वाली सड़कों से लगता है। डर किसी को लगता है तो मुश्किल से आने वाली बिजली के हालातों से। डरते हम आपके शासनकाल से हैं, सीखना हम आपसे भी चाहते थे, लेकिन 10 सालों में आपके शासनकाल के ऐसा कुछ काम हुआ नहीं कि जिससे हम कुछ सीख सकें।'
दिग्विजय ने दी थी पिता शिवराज से सीख लेने की सलाह
इससे पहले शुक्रवार सुबह दिग्विजय सिंह ने कार्तिकेय का एक वायरल वीडियो शेयर किया था, जिसमें वह मध्यप्रदेश के सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करते हुए भाषण दे रहे थे। उनकी बातें सुनने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने उन्हें इस प्रकार की भाषा नहीं बोलने की सलाह दी थी।
अपनी पोस्ट में दिग्विजय ने लिखा था, 'कार्तिकेय अभी से इस प्रकार का भाषण ना दो। अपने पिता शिवराज सिंह चौहान जी से सीखो। लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष दोनों मिल कर भारत निर्माण में सहयोग करते हैं। 10 साल तक मैं मुख्यमंत्री रहा लेकिन मैंने इस प्रकार की भाषा का कभी उपयोग नहीं किया, आपके पिता गवाह हैं। पंचायत राज कानून में निर्माण काम करने के जिम्मेदारी सरपंच की होती है ना कि विधायक की। और आप तो अभी ना सरपंच हैं ना विधायक। आप मेरे पुत्र नहीं पौत्र समान है। यह मेरी राय है आप मानें ना मानें आप जानें। जय सिया राम।'
कार्तिकेय ने कांग्रेस की जीत को लेकर लोगों को डराया था
दिग्विजय ने जो वीडियो शेयर किया उसमें बुधनी विधानसभा सीट से लंबे समय तक विधायक रहे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि 'बुधनी विधानसभा में अगर कांग्रेस का प्रत्याशी जीत गया तो एक ईंट भी नहीं लगेगी। उन्होंने सरपंचों से कहा था कि अगर कुछ भी अगर 'उन्नीसा-बीसा' हो गया तो सरपंच किस मुंह से मुख्यमंत्री (डॉ मोहन यादव) और केंद्रीय कृषि मंत्री (चौहान स्वयं) से अपने काम करवाने जाएंगे।'
शिवराज के इस्तीफा देने से बुधनी में उपचुनाव
कार्तिकेय का यह वीडियो बुधनी विधानसभा के भैरूंदा में चुनाव प्रचार का बताया जा रहा है। चौहान का पैतृक गांव जैत इसी विधानसभा क्षेत्र में आता है। यहां भाजपा ने विदिशा से पूर्व सांसद और चौहान के करीबी भाजपा नेता रमाकांत भार्गव को चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने राजकुमार पटेल को टिकट दिया है।
बता दें कि विधानसभा चुनाव में बुधनी सीट से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ही जीते थे, लेकिन लोकसभा चुनाव में विदिशा सीट से सांसद बनने के बाद उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। जिसकी वजह से यहां उपचुनाव हो रहे हैं। उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवंबर को होगा, वहीं मतगणना 23 नवंबर को होगी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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