महाकाल मंदिर में बदलेगी भस्मारती दर्शन की व्यवस्था, श्रद्धालुओं को रात 11 बजे से नहीं लगना होगा लाइन में
- महाकाल लोक बनने के बाद से मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। पहले रोजाना 20 से 30 हजार श्रद्धालु आते थे, लेकिन महाकाल लोक बनने के बाद यहां रोज डेढ़ से दो लाख लोग तक आ रहे हैं।
मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में तड़के होने वाली भस्मारती में शामिल होने के इच्छुक सामान्य श्रद्धालुओं के लिए एक खुशखबरी है। मंदिर प्रशासन जल्द ही भस्मारती के लिए नियम बदलने जा रहा है, जिससे सामान्य श्रद्धालुओं को अब रात 11 बजे से लाइन में नहीं लगना होगा। मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ नई व्यवस्था लागू करने जा रहे हैं, जिसे दीपावली के पहले से शुरू करने की तैयारी की जा रही है।
इस नई व्यवस्था के तहत सामान्य श्रद्धालु रात 2 बजे सीधे मानसरोवर गेट से प्रवेश पा सकेंगे, इसके पहले श्रद्धालुओ को रात भर लाइन में खड़े रहना पड़ता था, जिससे कि बच्चे, बुजुर्ग सहित महिलाएं परेशान होती थीं।
उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल लोक बनने के बाद से ही यहां दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है,पहले महाकाल मंदिर में रोजाना 20 से 30 हजार श्रद्धालु पहुंचते थे, लेकिन अक्टूबर 2022 में महाकाल लोक बनने के बाद यहां आने वाले भक्तों की संख्या में चार गुना तक बढ़ोतरी हो गई है। यह संख्या बढ़कर डेढ़ से दो लाख तक पहुंच गई है।
देश विदेश से पहुंचने वाले श्रद्धालु भगवान महाकाल की तड़के सुबह 4 बजे होने वाली भस्मारती के दर्शन करना चाहते हैं। बता दें कि मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ दो दिन पहले भस्मारती निरीक्षण पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने देखा कि भस्मारती के दर्शन के इच्छुक सामान्य श्रद्धालुओं को रात 11 बजे से कतार में लगना पड़ता है, इसके बाद 3 से 4 स्थानों पर रोककर उनकी चेकिंग की जाती है, जिससे कि श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
उनकी इसी परेशानी को देखते हुए मंदिर प्रशासक ने नई व्यवस्था शुरू करने की तैयारी की है और दीपावली से पहले यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। इस दौरान सामान्य श्रद्धालुओं को अब 11 बजे से लाइन में नहीं लगना होगा, बल्कि उन्हें रात 2 बजे महाकाल मंदिर के मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर वाले गेट से लाइन में लगकर दर्शन करने जाना होगा।
फॉर्म लेने के लिए भी रातभर नहीं खड़ा रहना पड़ेगा
महाकाल मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि मंदिर समिति ने सामान्य श्रद्धालुओं के लिए 300 सीट की फ्री सुविधा दे रखी है। एक दिन पहले पहुंचने वाले श्रद्धालु रात में लाइन में लगकर सुबह फॉर्म लेते थे और फिर उसे भरकर जाते थे। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था को भी बदला जाएगा, अब श्रद्धालु रात में ही 10 बजे के करीब फॉर्म ले जाएंगे और सुबह 8 बजे के बाद आकर अपनी परमिशन बनवा लेंगे, इससे श्रद्धालु को रात भर लाइन में खड़ा नहीं रहना पड़ेगा। वर्तमान में श्रद्धालुओ को रात भर लाइन में खड़े रहकर सुबह 6 बजे फॉर्म दिया जाता था।
मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ का कहना है कि हम इस व्यवस्था को एक-दो दिन में लागू करने जा रहे हैं। भस्म आरती के लिए तड़के 4 बजे मंदिर के पट खोले जाते हैं। अब भी आम श्रद्धालुओं को मान सरोवर गेट से तो प्रवेश मिल रहा है, लेकिन इसके लिए उन्हें रात 11 बजे से भारत माता मंदिर के पास लाइन में लगना पड़ रहा है। बच्चे-बुजुर्ग सभी 5 घंटे तक लाइन में लगकर पट खुलने का इंतजार करते हैं।
दिवाली पर गर्भगृह में जलेगी सिर्फ एक फुलझड़ी
होली पर्व पर हुए अग्निकांड हादसे के बाद महाकाल मंदिर में सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर समिति ने निर्णय लिया है कि गृभगृह में पूजा के दौरान प्रतीकात्मक रूप में सिर्फ एक फुलझड़ी जलाई जाएगी। इस दौरान महाकाल मंदिर को विशेष लाइटिंग के साथ-साथ फूलों से भी सजाया जाएगा। मंदिर में 31 अक्टूबर को दीपावली मनाई जाएगी। इस दौरान पंडे, पुजारी सिर्फ एक फुलझड़ी जला सकेंगे। इसके अलावा किसी को भी महाकाल मंदिर परिसर में किसी भी तरह की आतिशबाजी और पटाखे जलाने की इजाजत नहीं होगी।
सुरक्षा कर्मियों को पत्र जारी कर दिए निर्देश
मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने इसको लेकर पत्र जारी किया है कि दिवाली वाले दिन सुरक्षाकर्मी इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी भक्त मंदिर में पटाखे लेकर प्रवेश न करे। भक्तों के महाकाल मंदिर में प्रवेश के दौरान चेकिंग की जाए। सांकेतिक रूप से एक फुलझड़ी जलाने की इजाजत दी गई है। कोटि तीर्थ पर दीपक जलाए जाएंगे और पूरे मंदिर को फूलों से सजाया जाएगा।
रिपोर्ट विजेन्द्र यादव
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।