Hindi Newsमध्य प्रदेश न्यूज़online fraudsters call senior indore cop during press briefing and attempted to digitally arrest

इंदौर में प्रेस ब्रीफिंग कर रहे थे एडीसीपी तभी साइबर ठगों का आया फोन, मांगे पैसे; फिर जो हुआ?

मध्य प्रदेश के इंदौर में साइबर ठगों एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को उस वक्त फोन लगा दिया जब वह इंदौर में एक प्रेस ब्रीफिंग में थे। ठगों ने पुलिस अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट तक करने की कोशिश की।

Krishna Bihari Singh पीटीआई, इंदौरSun, 24 Nov 2024 08:34 PM
share Share

मध्य प्रदेश के इंदौर में साइबर ठगी की कोशिश कर रहे धोखेबाजों को उस समय तगड़ा झटका लगा जब उनकी कॉल गलत शख्स को गलत समय पर लग गई। दरअसल, साइबर ठगों ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को उस वक्त फोन लगा दिया जब वह इंदौर में एक प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित कर रहे थे। साइबर ठगों ने रविवार को एक आम नागरिक समझ वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट तक करने की कोशिश की।

इंदौर अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) राजेश दंडोतिया ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि फोन करने वाले ने मुझसे कहा कि आपने अपने क्रेडिट कार्ड का दुरुपयोग किया है। इसके लिए मुंबई के अंधेरी पश्चिम पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। यह फोन तब आया जब मैं एक प्रेस कांफ्रेंस कर रहा था।

एडीसीपी राजेश दंडोतिया ने कहा कि फोन करने वाले ने मुझसे कहा कि मेरा बैंक खाता ब्लॉक कर दिया जाएगा। उसने मुझे दो घंटे में पुलिस थाने आने के लिए भी कहा। इस पर अधिकारी ने फोन करने वाले से कहा कि वह इतने कम समय में इंदौर से मुंबई नहीं आ पाएंगे। फिर फोन करने वाले ने मुझसे कहा कि वह मुझे पुलिस स्टेशन से किसी से मिलवा देगा।

एडीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि फिर फोन करने वाले ने मुझे किसी दूसरे व्यक्ति से मिलाया। उसने मुझे इंतजार करने को कहा। उसने कहा कि वह अपने वरिष्ठ अधिकारी से बात करके देखेगा कि क्या मेरा बयान वीडियो कॉल के जरिए रिकॉर्ड किया जा सकता है। इसके बाद जब उसने मुझे पुलिस की वर्दी में देखा तो उसने तुरंत वीडियो कॉल काट दिया।

दंडोतिया ने कहा कि उन्होंने संवाददाताओं से एक वीडियो रिकॉर्ड करने को कहा ताकि लोगों को ऐसे साइबर अपराधों और डिजिटल गिरफ्तारी के बारे में जागरूक किया जा सके। डिजिटल अरेस्ट साइबर ठगों की ओर से अपनाई जाने वाले टैक्टिस है। इसमें साइबर ठग किसी भी शख्स को गिरफ्तार करने की धमकी देते हैं, उसे इलेक्ट्रॉनिक निगरानी में रखते हुए एक कमरे में बंद रहने के लिए मजबूर कर देते हैं। फिर साइबर ठग शख्स को आरोपों से बरी करने के बहाने पैसे ऐंठ लेते हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें