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MP के 17 धार्मिक स्थलों पर नहीं मिलेगी शराब, CM यादव का ऐलान; कहां-कहां लग सकता है बैन

मध्य प्रदेश में जल्द 17 धार्मिक स्थलों पर शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लग जाएगा। इसकी घोषणा गुरुवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने की। उन्होंने कहा कि 'मध्य प्रदेश में जहां भी भगवान कृष्ण और भगवान राम ने अपने कदम रखे हैं, वहां शराब पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।'

Sneha Baluni लाइव हिन्दुस्तान, भोपालFri, 24 Jan 2025 08:08 AM
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MP के 17 धार्मिक स्थलों पर नहीं मिलेगी शराब, CM यादव का ऐलान; कहां-कहां लग सकता है बैन

मध्य प्रदेश में जल्द 17 धार्मिक स्थलों पर शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लग जाएगा। इसकी घोषणा गुरुवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने की। सीएम ने राज्य के नरसिंहपुर जिले में एक समारोह के दौरान कहा, 'शराब के सेवन के दुष्प्रभावों से हर कोई वाकिफ है। हम नहीं चाहते कि हमारे युवा बिगड़ें, क्योंकि वे देश का भविष्य हैं। मध्य प्रदेश सरकार 17 धार्मिक स्थलों पर शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाएगी। उन्होंने कहा, 'मध्य प्रदेश में जहां भी भगवान कृष्ण और भगवान राम ने अपने कदम रखे हैं, वहां शराब पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।'

मुख्यमंत्री ने पिछले साल कहा था कि राज्य सरकार मध्य प्रदेश में भगवान राम और भगवान कृष्ण से जुड़े स्थानों को तीर्थस्थल के रूप में विकसित करेगी।' हालांकि अधिकारियों ने फिलहाल प्रस्तावित 17 शराब-मुक्त स्थानों के नाम नहीं बताए, न ही प्रतिबंध लागू होने की तारीख बताई है। इस मामले पर मंत्रिमंडल की बैठक शुक्रवार को मंदिर नगर महेश्वर में होगी।

यहां लागू हो सकता है शराब प्रतिबंध

सूत्रों ने टीओआई को बताया कि शराब प्रतिबंध उज्जैन, ओरछा, सलकनपुर, चित्रकूट, ओंकारेश्वर, महेश्वर, मैहर, अमरकंटक और मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर क्षेत्र में लागू किया जा सकता है। जहां उज्जैन और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थल हैं। वहीं मैहर एक शक्तिपीठ है। ओरछा में राजा राम मंदिर है, जहां भगवान राम की पूजा राजा के रूप में की जाती है। महेश्वर देश के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है और अमरकंटक वह स्थान है जहां से नर्मदा नदी का उद्गम होता है।

उमा भारती ने सबसे पहले लगाया था प्रतिबंध

मध्य प्रदेश में शराबबंदी तीन दशकों से भी ज्यादा समय से एक राजनीतिक मुद्दा रहा है। दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के समय पार्टी विधायक सुभाष यादव ने शराबबंदी की मांग उठाई थी। सिंह और यादव के बीच टकराव जगजाहिर था। ऐसे में शराबबंदी की उनकी मांग को तत्कालीन सीएम को शर्मिंदा करने के लिए उठाया गया कदम माना जाता था। जनवरी 2004 में मुख्यमंत्री बनने के तुरंत बाद उमा भारती ने अमरकंटक और महेश्वर को 'पवित्र शहर' घोषित किया और वहां शराब और मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया। भारती के बाद मुख्यमंत्री बने शिवराज सिंह चौहान ने धार्मिक स्थलों पर शराब की बिक्री पर प्रतिबंध को उज्जैन, ओरछा और कुछ अन्य स्थानों तक एक्सटेंड (बढ़ा) कर दिया।

पीटीआई इनपुट्स के साथ

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