आत्मसमर्पण करो, वरना मरने के लिए तैयार रहो; मुख्यमंत्री मोहन यादव की नक्सलियों को सीधी चेतावनी
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार की मंशा और पुलिस के परिश्रम से अब केंद्र सरकार ने बालाघाट को गंभीर नक्सल समस्या वाली श्रेणी से बाहर करते हुए अन्य श्रेणी में रखा है। बालाघाट में नक्सल गतिविधियों में गिरावट प्रशंसनीय है।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने नक्सलियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि या तो वे आत्मसमर्पण कर दें, नहीं तो उनका सफाया कर दिया जाएगा। यह बाद उन्होंने सोमवार को मध्य प्रदेश के एकमात्र नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले की लांजी तहसील के रानी अवंतीबाई स्टेडियम में पुलिसकर्मियों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही, जिसमें 64 पुलिसकर्मियों को आउट-ऑफ-टर्न (क्रम पूर्व पदोन्नति) प्रमोशन दिया गया। ये पुलिसकर्मी उस ऑपरेशन का हिस्सा थे, जिसमें 19 फरवरी को बालाघाट में चार महिला नक्सलियों को मार गिराया गया था। समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने 169 करोड़ रुपए की लागत के 93 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन भी किया। जिसमें 69.80 करोड़ रुपए से बनने वाला आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय भी शामिल है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम यादव ने कहा, 'नक्सली आत्मसमर्पण करें, नहीं तो आपका सफाया कर दिया जाएगा। जो लोग अन्याय करते हैं, निर्दोषों का खून बहाते हैं और 'लाल सलाम' का नारा लगाते हैं, उन्हें जीने का अधिकार नहीं है। आपको इस धरती पर जीने नहीं दिया जाएगा।' मुख्यमंत्री ने कहा, 'आप हमारे मासूम लोगों के बीच झूठी और गलत सूचनाएं फैलाते हैं। आप कायरतापूर्ण तरीके से काम करते हैं। सरकार ऐसे तत्वों से निपटने में पूरी तरह सक्षम है।' उन्होंने कहा कि पूर्वी मध्य प्रदेश का बालाघाट कभी देश के 12 सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित जिलों में से एक था, लेकिन अब ऐसा नहीं है।
गंभीर नक्सली समस्या वाली श्रेणी से बाहर हुआ बालाघाट
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार की मंशा और पुलिस के परिश्रम से अब केंद्र सरकार ने बालाघाट को गंभीर नक्सल समस्या वाली श्रेणी से बाहर करते हुए अन्य श्रेणी में रखा है। उन्होंने कहा, बालाघाट में नक्सल गतिविधियों में गिरावट प्रशंसनीय है। इस दौरान उन्होंने बैज लगाकर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को पदोन्नत कर किया और बधाई दी। यादव ने कहा, 'सरकार को हमारे पुलिसकर्मियों द्वारा दिखाए गए अदम्य साहस पर गर्व है। समाज की सेवा करने वाले अधिकारियों को सलाम।'
होगी साढ़े आठ हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती
कार्यक्रम के दौरान जिन 64 पुलिसकर्मियों को पदोन्नत किया गया, उसमें विशेष नक्सल विरोधी हॉक फोर्स के 62, जिला पुलिस का एक और एमपी पुलिस बल की 36वीं बटालियन का एक पुलिसकर्मी शामिल है। इस दौरान एमपी के पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने पुलिसकर्मियों की वर्दी पर सितारे लगाए। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि आने वाले दिनों में पुलिस बल में 8,500 कर्मियों की भर्ती की जाएगी।
पुलिसकर्मियों व लोगों को संबोधित करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में वर्ष-2026 तक देशभर से नक्सलवाद के खात्मे का संकल्प लिया गया है। इसे पूरा करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार भी केंद्र सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही है।
'सरेंडर करें, वर्ना मारे जाएंगे'
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देशभर में नक्सल विरोधी अभियान संचालित हो रहा है। इस अभियान को मजबूती देने के लिए मध्यप्रदेश पुलिस को आधुनिक हथियारों और तकनीक से लैस किया जा रहा है। राज्य सरकार नक्सलियों से निपटने में पूरी तरह सक्षम है। बालाघाट की धरती पर यह अलंकरण समारोह नक्सलियों को सीधा संदेश है कि वे सरेंडर करें नहीं तो मारे जाएंगे।’
इस आयोजन की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए सीएम यादव ने लिखा, 'कर्तव्यनिष्ठ सेवा का सम्मान, समर्पण को प्रणाम... बालाघाट के लांजी क्षेत्र में आयोजित पुलिस जवानों के क्रम-से-पूर्व पदोन्नति अलंकरण समारोह में वीर जवानों को सम्मानित कर बधाई दी। समारोह में 169 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। "आधुनिकता के साथ परंपरा के समन्वय" को साकार करते हुए आयुर्वेद की प्राचीन ज्ञान परंपरा को आधुनिक सुविधाओं के साथ जोड़कर बालाघाट में आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय का भूमिपूजन किया, जिसकी लागत 69.80 करोड़ रुपए होगी। समर्पण, अनुशासन और कर्तव्यपरायणता की भावना से ओत-प्रोत मध्यप्रदेश पुलिस के जवान राज्य की सुरक्षा की दृढ़ दीवार हैं, जिससे राज्य विकास पथ पर निर्बाध रूप से गतिमान है। आप सभी के उज्ज्वल भविष्य हेतु अनंत शुभकामनाएं।'
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