दिग्विजय सिंह समेत तीन कांग्रेसी नेताओं पर FIR, 6 साल पुराना वीडियो शेयर कर फंसे
- कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह समेत पार्टी के दो अन्य नेताओं के खिलाफ विजयपुर सीट पर उपचुनाव के दौरान मतदाताओं को गुमराह करने के लिए भाजपा उम्मीदवार का पुराना वीडियो शेयर करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे के खिलाफ श्योपुर जिले के विजयपुर थाने में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह FIR भाजपा के जिला महामंत्री अरविंद सिंह जादौन उर्फ गुड्डू की शिकायत पर शनिवार शाम को दर्ज की।
कांग्रेस नेताओं पर विजयपुर उपचुनाव के दौरान मतदाताओं को गुमराह करने के लिए वीडियो शेयर करने का आरोप लगा है। जादौन का आरोप है कि इन तीनों नेताओं ने सोशल मीडिया पर राज्य सरकार के मंत्री और विजयपुर उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रामनिवास रावत का छह साल पुराना वीडियो शेयर करते हुए रावत की छवि खराब करने की कोशिश की।
भाजपा नेता अरविंद जादौन ने बताया कि दिग्विजय सिंह समेत तीनों नेताओं ने शुक्रवार को जो वीडियो अपने-अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया, वह वीडियो छह साल पहले कराहल के पहेला गांव का है। जिसमें रामनिवास रावत गांव का दौरा करते दिख रहे हैं। वीडियो में गांव के कुछ लोग रावत को पानी की समस्या बताते हैं और इसे लेकर खरी खोटी सुनाते हुए दिख रहे हैं। लोग कहते हैं कि हमने आपको दो बार जिताया है, तो इसके जवाब में रामनिवास कह देते हैं कि अब मुझे मत जिताना। इसके बाद नाराज ग्रामीण उनके खिलाफ नारेबाजी करना शुरू कर देते हैं।
थाने में शिकायत करने वाले भाजपा नेता ने कहा कि असल में यह वीडियो उस समय का है जब 6 साल पहले गांव में पानी की समस्या थी। अब गांव में पानी की समस्या नहीं है। लेकिन कांग्रेस इसी छह साल पुराने वीडियो को वर्तमान स्थिति का बताकर प्रचारित कर रही है। ऐसे में गलत तरीके से वीडियो पोस्ट करके रावत की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई है।
कांग्रेस नेताओं पर केस दर्ज होने पर सबलगढ़ से कांग्रेस के पूर्व विधायक बैजनाथ कुशवाह ने कहा कि 'भाजपा की सरकार है, वे जो चाहे कर सकते हैं। जब विधायक बाबू जंडेल का डेढ़ से दो साल पुराना वीडियो वायरल करके उनके खिलाफ FIR कर सकते हैं, तो वह कुछ भी कर सकते हैं। उन्हें जितनी एफआईआर करवानी है, करा लें। हम डरने और रुकने वाले नहीं हैं। चुनाव जीतकर इसका बदला लेंगे।'
वही विजयपुर थाना टीआई पप्पू सिंह यादव ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि तीनों नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने गलत तरीके से वीडियो का प्रचार करके भाजपा प्रत्याशी की छवि बिगाड़ने की कोशिश की है। ऐसे में उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2033 की धारा 223 के तहत केस दर्ज किया गया है। इसमें एक महीने तक की सजा या 200 रुपए का जुर्माना या दोनों का प्रावधान है।
बता दें कि सीहोर जिले की बुधनी और श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 13 नवंबर को होंगे और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
विजयपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव इसलिए हो रहा है, क्योंकि यहां से कांग्रेस के टिकट पर जीते पूर्व विधायक राम निवास रावत लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। और उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दे दिया था।
वह वीडियो जिसे शेयर करने की वजह से हुई एफआईआर…
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