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'किंग कांस्टेबल' के घर अब ED की रेड, बाथरूम तक में तलाशी; मिल चुका 300KG सोना-चांदी

मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। शुक्रवार सुबह से ग्वालियर में उसके पैतृक घर समेत प्रदेश में कई ठिकानों पर छापेमारी की गई।

Sudhir Jha लाइव हिन्दुस्तान, ग्वालियरFri, 27 Dec 2024 03:15 PM
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मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। शुक्रवार सुबह से ग्वालियर में उसके पैतृक घर समेत प्रदेश में कई ठिकानों पर छापेमारी की गई। बहोड़ापुर इलाके के विनय नगर सेक्टर-2 में सौरभ शर्मा के बंगले पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के लिए पहुंची। घर का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया गया। बंगले के अंदर और बाहर हथियारों से लैस सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती दिखी। घर के अंदर करीब एक दर्जन अधिकारी कमरे से लेकर बाथरूम का कोना-कोना छान रहे हैं। इससे पहले सौरभ शर्मा के ठिकानों और उसके साथी चंदन की कार से करीब 300 किलो सोना-चांदी और करोड़ों रुपए कैश बरामद हो चुके हैं।

घर के अंदर भेजे गए दो बैग

घर के अंदर कार्रवाई कार्रवाई में शामिल टीम के सदस्यों के अलावा किसी को जाने की इजाजत नहीं है। करीब चार घंटे की जांच के बाद बैग घर के अंदर 2 बैग पहुंचाए गए। अब तक इस कार्रवाई में क्या कुछ मिला है इस बारे में किसी तरह की कोई जानकारी बाहर निकल कर नहीं आई है, लेकिन बताया जा रहा है कि अधिकारी घर का चप्पा चप्पा खंगाल रहे हैं।

इसी घर में रहती हैं सौरभ की मां

सौरव शर्मा ने इस घर में कार्रवाई की एक बड़ी वजह यह भी बताई जा रही है कि सौरभ शर्मा पिछले चार पांच सालों से भोपाल में रह रहा था लेकिन उसके ग्वालियर स्थित पैतृक बंगले पर उसकी मां उमा शर्मा रहती हैं जो अक्सर सौरभ के पास भोपाल आया जाया करती थीं। सौरभ शर्मा के रिश्तेदार और रिटायर्ड DSP मुनीष राजोरिया ने बताया कि पहले तो सौरभ शर्मा सीधा-साधा लड़का था और यही रहा करता था, लेकिन पिछले 4-5 सालों से भोपाल रह रहा था हालांकि अक्सर अपने ग्वालियर स्थित इस बंगले पर भी आता रहता था।

लोकल पुलिस को नहीं किया गया शामिल

सौरभ शर्मा के बंगले पर चल रही कार्रवाई को लेकर भी पूर्व DSP ने कहा कि यहां अब तक लोकल पुलिस दिखाई नहीं दी जबकि लोकल टीम का भी इन्वॉल्वमेंट होना चाहिए था। साथ ही आसपास के स्वतंत्र गवाहों को भी साथ में लेना चाहिए था क्योंकि नहीं तो न्यायालय में इनके गवाहों पर प्रश्न उठ सकते हैं। केस के लिए यह ठीक नहीं है। इससे निष्पक्ष कार्रवाई हो सके। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में कई बड़े लोगों के नाम शामिल हो सकते हैं जिनके नाम इस कार्रवाई में उजागर होना संभव नहीं लगता। उन्होंने कहा कि सौरभ शर्मा की जान को खतरा है शायद इसी वजह से वह वापस नहीं आ पा रहा है।

रिपोर्ट: अमित गौर

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