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MP के जंगल में 6 हाथियों की मौत, प्रशासन को एक बड़ी आशंका

  • मध्य प्रदेश में उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 6 हाथियों की मौत से हड़कम मचा हुआ है। यहां 6 हाथी अभी भी बेहोश हैं। अधिकारियों के अनुसार जहरखुरानी से मौत की आशंका है। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।

Mohammad Azam लाइव हिन्दुस्तानWed, 30 Oct 2024 01:32 PM
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मध्य प्रदेश में उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 6 हाथियों की मौत से हड़कम मचा हुआ है। यहां 6 हाथी अभी भी बेहोश हैं। अधिकारियों के अनुसार जहरखुरानी से मौत की आशंका है। मरने वाले हाथियों में एक नर और 3 मादा हाथी बताये जा रहे हैं। हालांकि, जबलपुर से वाइल्डलाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ के विशेषज्ञों की टीम मौके पर पहुंची है और बीमार हाथियों का इलाज कर रही है। मामले को लेकर वन मंत्री रावत ने एसआईटी टीम से जांच करने की घोषणा की। हाथियों की मौत कीटनाशक की वजह से होने की आशंका है।

एमपी के उमरिया के बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में 6 जंगली हाथियों की मौत की खबर से हड़कंप मचा हुआ है। 6 हाथी अभी भी बेहोश हैं, जिनके इलाज के लिए दर्जन भर डॉक्टर बुलाए गए हैं। डॉक्टर मौके पर पहुंचकर इलाज में जुटे हुए हैं। वन अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार हाथियों के द्वारा किसानो की कोदों की फसल को खाने की बात सामने आई है, जिसकी वजह से हाथी हादसे का शिकार हुए हैं।

घटना से वन महकमे में हड़कंप मचा हुआ है और जानकारी लगते ही डॉक्टरों की टीम को लेकर पूरा पार्क प्रबंधन मौके पर पहुंचकर आहत हाथियों को बचाने की हर संभव प्रयास में जुटा हुआ है। पूरा मामला बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के पनपथा बफर वन परिक्षेत्र के सलखनियाँ बीट का है। जहां किसानो के खेत से जुड़े जंगल में हाथियों को बेहोश पड़े देखते ही वन महकमे में खलबली मच गई। हाथियों की यह हालत कैसे हुई है इस मामले में पोस्टमार्टम के बाद स्थिति साफ होगी। हालांकि वन्य जीवों के जानकार कोदो ( मिलेटस) की फसल खाने से हाथियों को नुकसान करने की बात तो करते हैं, लेकिन उनका मानना है कि यह जानलेवा नहीं हो सकता। ऐसे में यह जरूर है कि कोदो की फसल में यदि कीटनाशक पड़ा रहा होगा तो वह जानलेवा हो सकता है।

वन विभाग के अधिकारों से मिली जानकारी के अनुसार प्रारंभिक जांच में जहर या कीटनाशक से मौत का संदेह है। सोमवार रात को उमरिया के बेगहा और बड़वाई गांव की ओर जाते हुए हाथियों का यह झुंड देखा गया था। ग्रामीणों के द्वारा देख लिए जाने के बाद इन्हें वहां से खदेड़ दिया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पार्क प्रशासन ने डॉग्स स्क्वॉयड की भी सहायता ली है। जांच में पता चला है कि 13 हाथियों का एक झुंड एक साथ इस इस इलाके में घुसा था।

प्रधान मुख्य वन संरक्षक विजय कुमार आबंड़े ने बताया कि गश्त के दौरान टाइगर रिजर्व के कर्मचारियों को खतौली और आसपास की और रेंज की सलखानिया बीट में चार जंगली हाथी मृत मिले। सघन तलाशी के दौरान 6 अन्य हाथी भी और अस्वस्थ हालात में पाए गए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम संजय टाइगर रिजर्व और जबलपुर स्थित स्कूल आफ वाइल्डलाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ के विशेषग की टीम ने मौके पर पहुंचकर हाथियों का इलाज शुरू किया है। रामनिवास रावत वन मंत्री ने सोशल मीडिया साइट पर जानकारी देते हुए बताया कि एस आई टी की टीम का गठन कर दिया गया है।

रिपोर्ट: विजेन्द्र यादव

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