डियर मॉम, क्या आपको भी लगता है कि शादी-पार्टी में बच्चों को नजर लग जाती है? तो जानिए इस पर क्या है डॉक्टर की राय
बच्चों के साथ किसी पार्टी या गेट टुगेदर में शामिल होना ही बहुत बड़ा टास्क है। सर्दी-गर्मी से लेकर नैपी और फीडिंग बॉटल तक हर चीज़ का ध्यान रखना पड़ता है। इसके बावजूद बच्चे रोना शुरू कर देते हैं।
शादी का सीज़न (Wedding season) आते ही दौड़भाग शुरू हो जाती है। एक के बाद एक आने वाले फंक्शन जहां शरीर को थका देते हैं, वहीं शादी-ब्याह के माहौल में बच्चों का रोना-परेशान होना आपको और पूरे परिवार को परेशान कर देता है। बच्चे को रोता देखकर शुरू हो जाती है दादी, नानी, बुआ, मौसी सभी की एडवाइज। जब कुछ समझ नहीं आता, तो ज्यादातर लोग नज़र उतारने का सुझाव देते हैं। क्या वास्तव में बच्चों को नजर लगती है? या कुछ और है बच्चों के भीड़ में ढेर सारे लोगों से मिलने पर रोने का कारण? आइए जानते हैं विस्तार से (why babies cry in crowded places) । अधिक जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें - डियर मॉम, क्या आपको भी लगता है कि शादी-पार्टी में बच्चों को नजर लग जाती है? तो जानिए इस पर क्या है डॉक्टर की राय
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।