Labour day 2019: मई दिवस पर शेयर करें ये कोट्स
भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत चेन्नई में 1 मई 1923 में हुई। भारत में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिन्दुस्तान ने 1 मई 1923 को मद्रास में इसकी शुरुआत की थी। 3. आज ही के दिन दुनिया के मजदूरों के...
भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत चेन्नई में 1 मई 1923 में हुई। भारत में लेबर किसान पार्टी ऑफ हिन्दुस्तान ने 1 मई 1923 को मद्रास में इसकी शुरुआत की थी।
3. आज ही के दिन दुनिया के मजदूरों के अनिश्चित काम के घंटों को 8 घंटे में तब्दील किया गया था। मजदूर वर्ग इस दिन पर बड़ी-बड़ी रैलियों व कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक संगठन (ILO) द्वारा इस दिन सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। कई देशों में मजदूरों के लिए कल्याणकारी योजनाओं की घोषणाएं की जाती है। टीवी, अखबार, और रेडियो जैसे प्रसार माध्यमों द्वारा मजदूर जागृति के लिए कार्यक्रम प्रसारित किए जाते हैं।
कर्म ही पूजा है। महात्मा गांधी
श्रम का अंत फुर्सत के पल पाना है-अरस्तू
काम पैसा कमाने के लिए नहीं है; आप जीवन का औचित्य साबित करने के लिए काम करते हैं-मार्क चगल
कोई व्यक्ति इसलिए बेकार नहीं है क्योंकि वो ख़यालों में खोया हुआ है। एक दिखाई देने वाला काम है और एक ना दिखाई देने वाला-विक्टर ह्यूगो
भगवान श्रम की कीमत पर हमें सभी चीजों को बेचता है-लियोनार्डो दा विंसी
श्रम एक मात्र प्रार्थना है जिसका उत्तर प्रकृति देती है-रॉबर्ट ग्रीन इंगरसोल
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