हाई बीपी के हैं पेशेंट, शुरू कर दें रात में दवा लेना होंगे जादुई फायदे
रोगियों को अपनी मृत्यु के जोखिम को कम करने के लिए बिस्तर पर जाने से पहले ही दवा लेनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि एक नए अध्ययन में पता चला है कि उच्च रक्तचाप की दवा सुबह के बजाय रात में लेने से...
रोगियों को अपनी मृत्यु के जोखिम को कम करने के लिए बिस्तर पर जाने से पहले ही दवा लेनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि एक नए अध्ययन में पता चला है कि उच्च रक्तचाप की दवा सुबह के बजाय रात में लेने से हृदयाघात का खतरा होने की संभावना कम होती है। अध्ययन के मुताबिक, जो रोगी रात को सोने से पहले उच्च रक्तचाप की दवा खाते हैं, उनको हृदयाघात का खतरा 44 फीसदी कम होता है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि उच्च रक्तचाप के रोगियों को अपनी मृत्यु के जोखिम को कम करने के लिए बिस्तर पर जाने से पहले ही अपनी दवा लेनी चाहिए।
हृदयाघात का खतरा कम हो जाता है : शोधकर्ताओं ने उच्च रक्तचाप वाले वयस्कों पर एक अध्ययन किया। इसमें उन्होंने पाया कि रात को सोने से पहले दवा लेने से दिल का दौरा, दिल संबंधी अन्य बीमारियां या स्ट्रोक से पीड़ित होने की संभावना कम होती है। शोध के मुताबिक, रात में दवा लेने से स्ट्रोक और हृदय रोगों का खतरा 66 फीसदी तक कम हो सकता है।
स्पेन के वैज्ञानिकों ने उच्च रक्तचाप की दवा लेने वाले 19 हजार से अधिक मरीजों की जांच की। इनकी औसतन छह साल तक निगरानी की गई। अध्ययन के दौरान आधे प्रतिभागियों को रात और अन्य प्रतिभागियों को सुबह के समय दवा का सेवन करने के लिए कहा गया। इसमें पता चला कि जिन रोगियों ने रात में दवा ली, उनमें हृदयाघात का खतरा 44 फीसदी और मृत्यु का खतरा 66 फीसदी कम था।
स्पेन की विगो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक, इन मरीजों में स्ट्रोक होने की संभावना भी काफी कम थी। उनके मुताबिक, अब तक डॉक्टर मरीजों को सुबह उठते ही दवा लेने की सलाह देते रहे हैं, क्योंकि उनका मानना था कि हृदय रोग के खतरे को रोकने के लिए सुबह के समय दवा लेने से रक्तचाप कम करना महत्वपूर्ण होता है।
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