Bihar Board 10th Results: बोर्ड परीक्षा रिजल्ट के दौरान पेरेंट्स बच्चों का यूं रखें ध्यान, कम नंबर आने पर न करें ये गलतियां
रिजल्ट चाहे किसी भी कक्षा का और कैसा भी क्यों न आए। माता-पिता के लिए उनका बच्चा और उसका आत्मविश्वास सबसे बड़ा होता है। रिजल्ट के नतीजे आने से पहले और बाद में पेरेंट्स यूं रखें बच्चों का ध्यान, कम नंब

Tips to deal Bihar Board Matric Result Stress : आज बिहार बोर्ड मैट्रिक का रिजल्ट (Bihar board bseb 10th result 2022 biharboardonline.bihar.gov.in ) आने वाला है। रिजल्ट के नतीजे पहले दोपहर 1 बजे आने वाले थे लेकिन अब यह दोपहर 3 बजे जारी किए जाएंगे। ऐसे में बच्चे ही नहीं उनके माता-पिता भी परीक्षा के परिणाम को लेकर काफी तनाव महसूस कर रहे हैं। आजकल के मां-बाप बच्चों पर करियर और नंबर को लेकर इतना दबाव बनाते हैं कि बच्चा कई बार अंदर ही अंदर तनाव या फिर डिप्रेशन जैसी समस्याओं से घिर जाता है। ऐसे में बच्चे को तनाव से बचाए रखने और उसका आत्मविश्वास बनाए रखने के लिए पेरेंट्स को कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं उनके बारे में।
तनाव कम करने के टिप्स-
-पेरेंट्स बच्चों पर अधिक अंक लाने का दबाव न डालें, रिजल्ट वाले दिन बच्चे को रिलैक्स रहने को कहें और उनके साथ प्यार से पेश आएं।
-बच्चों का कॉन्फिडेंस बढ़ाएं ताकि बच्चा मुश्किल हालातों का सामना कर सके।
-बच्चे अक्सर रिजल्ट आने के 3-4 दिन पहले से ही रिजल्ट के बारे में सोचकर परेशान होने लगते हैं। ऐसे में रिजल्ट आने से पहले अपने और बच्चे के दिमाग को शांत रखें।
-रिजल्ट वाले दिन तनाव कम करने के लिए अपना मनपसंद काम जैसे- गाने सुनना, मूवी देखना, गेम खेलना या खाना खाना आदि करें। इससे आपको तनाव कम महसूस होगा।
-अगर किसी विषय में आपके नंबर खराब भी आए हैं, तो रिचेकिंग या रिएग्जाम के द्वारा आप अपने नंबर्स ठीक कर सकते हैं।
-तनाव से बचना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि अपने पेरेंट्स के साथ अपना रिजल्ट देखें।
-पेरेंट्स पहले से किसी ऐसे रिजल्ट की आशा न करें, जो बच्चा आसानी से पूरा नहीं कर सकता है।
कम नंबर आने पर न करें ये गलतियां-
-परिणाम खराब होने पर बच्चों को अगली परीक्षा में ज्यादा मेहनत करने और बेहतर रिजल्ट लाने के लिए प्रेरित करें, न कि उन्हें डांटना या मारना चाहिए।
-मां-बाप बच्चों से रिजल्ट के बारे में जितना ज्यादा बातें करेंगे, बच्चों का तनाव उतना ज्यादा बढ़ेगा। ऐसा न करें।
-मां-बाप बच्चों को मोटीवेट करें और उन्हें समझाएं कि परीक्षा के रिजल्ट कैसे भी हों, आप उन्हें उतना ही प्यार करेंगे जितना पहले करते रहे हैं।
-कई माता-पिता अपने बच्चों के नंबरों को अपनी इज्जत और मान-मर्यादा से जोड़ने लगते हैं या फिर दूसरे बच्चों से उनकी तुलना करना शुरू कर देते हैं। ऐसा करके अपने बच्चे के आत्मविश्वास को तोड़ने की कोशिश न करें। ध्यान दें परीक्षा में बच्चों के नंबर्स से न तो आपकी सोशल वैल्यू कम हो जाएगी और न ही बढ़ जाएगी।
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