Relationship Tips: पत्नि को भूलकर भी नहीं माननी चाहिए अपने पति की ये 5 बातें, जीवन भर हो सकता है पछतावा
अक्सर महिलाओं से ये उम्मीद की जाती है कि वो अपने पति की हर सही-गलत बात को बिना विरोध के मान लें। एक अच्छे रिश्ते के लिए दोनों को ही एक दूसरे के कुछ बाते जरूर माननी चाहिए लेकिन कुछ बातें ऐसी भी हैं जिनका एक पत्नी को हर हाल में विरोध करना चाहिए।
पति-पत्नी का रिश्ता बेहद खास होता है लेकिन ना जानें क्यों अक्सर हम ये भूल जाते हैं की यह रिश्ता बराबरी का होता है। यहां दोनों को ही आपसी समझदारी और सूझबूझ के साथ रिश्ता निभाना होता है। अक्सर पत्नियों पर शुरू से ही ये दवाब बनाया जाता है कि उन्हें अपने पति की हर सही-गलत बात को बिना विरोध किए मान लेना चाहिए। सिर्फ पत्नी ही नहीं बल्कि पति को भी पत्नियों की कुछ बातें मानना जरूरी है लेकिन हर बात नहीं। रिश्ते में मान-सम्मान और सही-गलत का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी होता है। ऐसे में कुछ बातें ऐसी हैं जिन्हें महिलाओं को हरगिज नहीं मानना चाहिए और अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो उसका विरोध करना चहिए।
ना स्वीकारें हर बात पर पाबंदी
पति-पत्नी के रिश्ते का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि पति को इस बात का अधिकार मिल गया है कि वह अपनी पत्नी पर हर किसी बात के लिए पाबंदी लगा सके। हर व्यक्ति को स्वतंत्र रहने का और अपने जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय खुद लेने का अधिकार होता है। इसमें किसी की भी रोक-टोक नहीं होनी चाहिए। अगर आपके पति आपको नौकरी करने से रोकते हैं, या दोस्ती को लेकर आप पर पाबंदी लगाते हैं, या आपकी पसंद और नापसंद को बदलने की कोशिश करते हैं, तो आपका अधिकार है कि आप उन्हें इस चीज के लिए साफ मना कर दें।
परिवार से दूर करना
कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि शादी के बाद पति अपनी पत्नी पर उसके मायके वालों से रिश्ता तोड़ने का दबाव डालने लगता है, लेकिन यह सही नहीं है। पत्नी को अपने पति की इस बात का विरोध करना चाहिए। शादी होने का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि मायके वालों का आप पर से अधिकार खत्म हो गया है। अपने पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों को बनाए रखना, आपका हक है। इसमें आपके पति का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।
गलत आदतों का दबाव
अगर आपके पति आप पर किसी भी प्रकार की गलत आदतों जैसे - शराब पीना, धूम्रपान करना या कोई अन्य गलत आदत के लिए दबाव डालते हैं, तो ये आपका अधिकार है कि आप अपने पति को इस बात के लिए स्ट्रिक्टली मना करें। पति की अनैतिक मांगो के लिए इंकार करना पत्नी का हक है।
ना सहें किसी प्रकार का शोषण
अगर पति किसी प्रकार का भी शारीरिक या मानसिक शोषण करता है तो उसका विरोध करना चाहिए। पत्नी को कभी भी पति के किसी भी प्रकार के शोषण को सहन नही करना चाहिए। किसी भी रिश्ते में अपमान या हिंसा का कोई स्थान नहीं होता है। खासतौर पर पति और पत्नी के रिश्ते में एक दूसरे के प्रति इज्जत और सम्मान होना चाहिए ना की हिंसा या अपमान।
इच्छाओं को मारना
सबको अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीने का हक होता है। सबको सपना देखने का हक है और उन सपनों को पूरा करने का भी हक है। इसमें किसी की भी दखलंदाजी नहीं होनी चाहिए। आप अपनी लाइफ में क्या करना चाहती हैं, कौन सा करियर चुनना चाहती हैं, ये फैसला आपका होना चाहिए ना कि आपके पति का। अगर आपके पति इन बातों में अपनी इच्छा आप पर थोपें तो आप इसके लिए मना कर सकती हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।