पत्नी नाराज होकर मायके में बैठी तो कैसे होगी सुलह? एक्सपर्ट ने दिया ये जवाब
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार मनोविशेषज्ञ देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, डॉ. गगनदीप कौर

हर किसी की जिंदगी में अलग तरह की समस्याएं होती है। कोई पारिवारिक समस्याओं में उलझा है तो कोई करियर की उलझन में फंसा है। ऐसे ही दो अलग तरह के सवालों के जवाब दिए मनोविशेषज्ञ ने। जिसमे एक अपने शादीशुदा रिश्ते को बचाना चाहता है तो वहीं दूसरा खुद की कंपनी बनाने के लिए पढ़ाई छोड़ रहा।
• दो साल पहले मेरी शादी हुई है। मेरी पत्नी अपने पिता जी की बहुत ही लाडली है, जिसके चलते शुरू में वह हमारे घर में कम मायके में ज्यादा रहती थी। अब मेरे और मेरी पत्नी के बीच अनबन चल रही है। मेरी पत्नी और उनके पिता का कहना है कि शादी सिर्फ मुझ से हुई है मेरे परिवार से नहीं, इसलिए उन्हें मेरे परिवार से कोई मतलब नहीं है। वह न तो मेरी सुनती है, न ही मेरे घर वालों की सुनती है। घर की छोटी-छोटी बाते अपने पिता जी से शेयर करती हैं और उसके पिता जी उसे गुमराह करते हैं। अंतिम दफा जब हमारे बीच बहस हुई तो उसने मेरे ऊपर हाथ उठा दिया और फिर अपने पिता जी को बुलवाकर मायके चली गई। इस बात को आठ माह हो चुके। मैं तमाम कोशिशों के बावजूद पत्नी और उसके परिवार वालों से संपर्क नहीं कर पा रहा। मुझे आगे क्या करना चाहिए?
- गोविंद, लखनऊ
आपको यह समझना होगा कि शादी तभी चलती है, जब पति-पत्नी दोनों समझदार हों। अगर आपको लगता है कि आप दोनों के बीच काफी अनबन रहती है और आपके ससुर का भी अपनी बेटी की जिंदगी में काफी दखल रहता है, तो ऐसे में जरूरी है कि आप अपने परिवार वालों के साथ इस बारे में बैठकर विस्तार से बात करें। शादी जब हुई थी, तो कोई व्यक्ति होगा जिसने रिश्ते की बात शुरू की होगी। वह व्यक्ति तो अभी भी होगा। तो अपने पेरेंट्स के साथ उस व्यक्ति के पास जाएं और बहुत ही तहजीब से उससे बात कीजिए कि सामने वाले की क्या अपेक्षा है और मिल-बैठकर बीच का रास्ता निकालने की कोशिश करें। यह भी जानने की कोशिश करें कि क्या आपकी पत्नी आपके साथ रिश्ता रखना चाह रही हैं या नहीं या फिर आप इस रिश्ते को लेकर क्या सोचते हैं। दोनों ही स्थिति में स्पष्ट बातचीत करें। एक-दूसरे के प्रति क्या नाराजगियां हैं, इस बारे में बात करें। साथ ही इस बारे में स्पष्ट बात करें कि क्या आप दोनों अपना भविष्य एक साथ देख पा रहे हैं या नहीं। बातचीत से ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि यह शादी टिकेगी या फिर कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की जरूरत है। दोनों ही मामलों में अलग तैयारी की जरूरत है। अगर शादी निभेगी तो दोनों को ही बीच का रास्ता तलाशना होगा। एक-दूसरे की कुछ-कुछ बातें माननी होंगी। अगर आप दोनों अलग होने का निर्णय लेते हैं, तो फिर यह तय करना होगा कि आप आपसी सहमति से अलग होंगे या फिर इसके लिए कानूनी दखल की मांग करेंगे। वैसे आपसी सहमति से अलग होना समझदारी भरा निर्णय होता है। कानूनी प्रक्रिया काफी लंबी होती है। बेहतर होगा कि पहले बातचीत की प्रक्रिया को अपनाया जाए और किसी बड़े के साथ उनसे बातचीत के लिए जाएं ताकि समस्या का मूल कारण और भविष्य का रास्ता तलाशा जा सके।
• मैं अब पढ़ना नहीं चाहता क्योंकि मैं अपनी खुद की एक कंपनी बनाना चाहता हूं। मेरे घर वाले मेरे इस निर्णय की वजह से मुझसे बहुत नाराज हैं। मुझे क्या करना चाहिए, पढ़ाई या अपना स्टार्टअप?
-रिशुतोष, पटना
अपना काम करना बहुत अच्छी बात है। अपना बिजनेस करने में कोई बुराई नहीं है। पर, वही स्टार्टअप कामयाब होगा, जिसे पूरी रिसर्च, जरूरी पढ़ाई-लिखाई और समझ के आधार पर शुरू किया गया हो। आपमें बिजनेस की समझ होना भी जरूरी है, नहीं तो बिजनेस शुरू करने के बाद का वक्त काफी मुश्किल भर हो सकता है। जब, आपके पास एक अच्छी डिग्री मसलन मास्टर्स की डिग्री हो, तो बिजनेस में कुछ ऊंच-नीच होने की स्थिति में आपके पास अपने करियर को फिर से शुरू करने का एक मजबूत आधार होता है। सबसे खास बात यह है कि बिजनेस की सफलता सिर्फ आपकी काबिलियत पर आधारित नहीं होती, इसके सरकारी नीतियों से लेकर मार्केट की स्थिति आदि कई चीजें जिम्मेदार होती हैं। अगर आपने जरूरी पढ़ाई की है, तो इसका फायदा यह होगा कि आपने अपना जो व्यवसाय शुरू किया है, उसे आप अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी लेकर जा सकती हैं। मुझे यह नहीं मालूम कि आपने कहां तक पढ़ाई की है। पर, मेरी सलाह आपको यही होगी कि पहले आप पढ़ाई करें, फिर नौकरी करें ताकि आपको बिजनेस और मार्केट की अच्छी समझ हो जाए। इसके बाद ही अपना काम शुरू करने की ओर आगे बढ़ें। व्यवसाय में कोई गलती होने पर उसका आर्थिक हर्जाना आपको ही भरना होगा जबकि नौकरी के साथ ऐसा कुछ नहीं है। जरूरी तैयारी, पढ़ाई-लिखाई पूरी करने और कुछ वक्त तक नौकरी करने के बाद ही अपना काम शुरू करें। नौकरी करते हुए बचत पर भी ध्यान दें। जब आपके पास इतने पैसे इकट्ठा हो जाएं कि बिना किसी आमदनी के भी आप छह माह तक अपना गुजारा आसानी से कर सकें, तभी बिजनेस की दुनिया की ओर कदम बढ़ाने के बारे में सोचें। किसी भी बिजनेस को अच्छी तरह से शुरू होने में छह माह से दो साल का वक्त लग ही जाता है। पहले अपनी आर्थिक स्थिति इन चुनौतियों का सामना करने लायक करें और उसके बाद ही कोई भी स्टार्टअप शुरू करें।
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