खिचड़ी की ये रेसिपी बन जाएगी फेवरिट, हेल्थ के लिए भी गुणों की खान
- हाजमे को ब्रेक देना है तो खिचड़ी से बढ़िया कुछ नहीं। यह फटाफट बन जाती है और पेट के साथ आपकी हेल्थ के लिए भी अच्छी होती है। बीमारी के समय खाने के लिए भी यह बढ़िया ऑप्शन है क्योंकि इसमें पोषक तत्व होते हैं।
आयुर्वेद में खिचड़ी को बेस्ट फूड माना जाता है। मूंग की दाल में प्रोटीन, चावल में कार्बोहाइड्रेट और घी में फैट। साथ ही तड़के में जब हींग और जीरा हो तो यह पचाने में और भी आसान हो जाती है। बीमार होने पर खाना हल्का खाना चाहिए ताकि शरीर को ज्यादा एनर्जी भोजन पचाने में न लगानी पड़े। साथ ही यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि शरीर को सारे पोषक तत्व मिलें। रोगी के टेस्ट बड्स भी ठीक नहीं होते ऐसे में यहां खिचड़ी की एक ऐसी रेसिपी है जो पचाने में आसान होने के साथ टेस्टी और हेल्दी है।
सामग्री
धुली मूंग की दाल
चावल
प्याज
टमाटर
हरी धनिया बारीक कटी
हींग
जीरा
घी
हल्दी
काली मिर्च पिसी
नमक
कसूरी मेथी
विधि
दाल और चावल को खिचड़ी बनाने से करीब आधे घंटे पहले भिगा दें। अब इसे अच्छी तरह धोकर पानी निकाल लें। कुकर में खिचड़ी का मिश्रण डालें। साथ में प्याज और टमाटर काटकर डाल दें। अब इसमें हल्दी, नमक, काली मिर्च और पानी डालकर गैस पर चढ़ा दें। पानी इतना डालें की खिचड़ी गीली रहे। अब 5-6 सीटी आने तक पकने दें या अपने कुकर के हिसाब से गीली खिचड़ी बनने तक सीटी लगा लें। खिचड़ी बन जाए तो इसे खोलकर चमचे में घी लें। इसमें हींग और जीरा डालें। साथ में थोड़ी सी कसूरी मेथी (ऐच्छिक) डाल लें। अब इस तड़के को खिचड़ी में मिलाकर अच्छी तरह तड़का लगा हैं। इस खिचड़ी में आप और भी सब्जियां डाल सकते हैं। गरमागरम घी, दही, पापड़ और सलाद के साथ परोसें। आप बीमार नहीं हैं तो भी हफ्ते में एक बार यह खिचड़ी खा सकते हैं।
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