मां-बाप की इन 4 गलतियों का बच्चों पर पड़ता है बुरा असर, जीवनभर भोगनी पड़ती है सजा
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में माता पिता की कुछ ऐसी बुरी आदतों का जिक्र किया है, जिनका असर बच्चे के जीवन पर बहुत गहरा होता है। इन गलतियों की सजा बच्चे को उम्र भर भोगनी पड़ती है।
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भारत के इतिहास में कई बड़े विद्वान हुए जिनकी बातें यदि आज भी कोई अपने जीवन में उतार ले, तो जीवन और भी सरल और सुंदर हो जाए। इन्हीं में से एक थे महान विद्वान आचार्य चाणक्य, जिनकी बातें आज भी उतनी ही सटीक बैठती हैं, जितनी कभी पहले हुआ करती होंगी। आचार्य ने जीवन के लगभग एक पहलू पर अपने विचार रखे, जो आज भी लोगों को सही रहा दिखाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने अपनी नीतियों में सही परवरिश के कुछ सूत्र भी बताएं हैं, जो माता-पिता को जरूर जानने चाहिए। उन्होंने माता-पिता की कुछ ऐसी गलतियों का भी जिक्र किया है, जिसका बुरा परिणाम बच्चों के भविष्य पर पड़ता है। ये बातें जानकर आप भी एक अच्छे पैरेंट्स बन सकते हैं और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपके बच्चे का भविष्य उज्ज्वल हो।
बच्चे की गलतियां छिपाना
आचार्य चाणक्य के अनुसार जो माता-पिता अपने बच्चों की गलतियां छिपाते हैं, या उन्हें नजरंदाज करते हैं; वो भी कहीं ना कहीं अपने बच्चे के भविष्य को खराब करने में भूमिका निभाते हैं। अपने बच्चे को प्यार हर मां-बाप करते हैं लेकिन प्यार का मतलब यह कतई नहीं कि आप उसकी गलतियों पर ही पर्दा डालने लगें। बच्चे को मारने या डांटने के बजाए उसके साथ बैठें और उसे समझाएं। अगर आपकी उसकी गलतियों को नजरंदाज करते रहेंगे तो एक दिन उसे बदलना काफी मुश्किल हो जाएगा।
बच्चों के आगे एक दूसरे को सम्मान ना देना
चाणक्य नीति के अनुसार यदि माता-पिता बच्चों के आगे एक दूसरे को ही सम्मान नहीं देते हैं, तो इसका बुरा असर उनके व्यवहार पर पड़ता है। दरअसल बच्चे जैसा अपने माता पिता को करते देखते हैं, अपने व्यवहार में भी कुछ वैसी आदतें ही ले आते हैं। कई बार बच्चे माता पिता तक का सम्मान करना ही छोड़ देते हैं। आचार्य के अनुसार माता-पिता को हमेशा बच्चों के सामने सभ्य और मर्यादापूर्ण व्यवहार करना चाहिए। इससे बच्चे भी वैसा ही व्यवहार सीखते हैं और जीवन में एक अच्छे इंसान बनते हैं।
बच्चों के सामने झूठ बोलना
आचार्य चाणक्य के अनुसार जो माता-पिता अपने बच्चों के आगे झूठ बोलते हैं, वो कहीं ना कहीं उसके भविष्य के लिए आफत खड़ी कर देते हैं। झूठ ऐसी चीज है जो व्यक्ति को कभी भी जीवन में ज्यादा आगे नहीं बढ़ने देती। जो लोग झूठ का सहारा ले कर थोड़ा बहुत आगे बढ़ भी जाते हैं, वो ज्यादा दिन टिक नहीं पाते। ऐसे लोगों को ना ही समाज में इज्जत मिलती है और ना ही कोई इनके साथ ही रहना पसंद करता है। अगर माता पिता ही इस चीज का बढ़ावा देने लग जाएं, तो ये बच्चे के भविष्य को कष्टदायक बना देता है।
बच्चों के साथ गलत और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करना
आचार्य चाणक्य के अनुसार मां-बाप को हमेशा अपने बच्चों के साथ सभ्य भाषा में ही बातचीत करनी चाहिए। आप जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल बच्चे के साथ कर रहे हैं, कल को वो भी उसी भाषा का इस्तेमाल औरों के लिए करेगा। बच्चे पर चिल्लाने और गाली-गलौज करने के बजाए उनसे प्यार से बातचीत करें। इससे बच्चा विनम्र रहना और लोगों से तमीज से बातचीत करना सीखता है। ये आदतें बच्चे को भविष्य में बहुत आगे ले जाती हैं।
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