Hindi Newsलाइफस्टाइल न्यूज़हेल्थwhat is petticoat cancer caused by wrong style of wearing saree in women know its causes and tips to prevent it

Cancer: साड़ी पहनने का गलत तरीका बन सकता है कैंसर की वजह, जानें क्या है ‘पेटीकोट कैंसर’ और कैसे करें बचाव

Cancer: हाल ही में एक शोध में सामने आया कि महिलाओं का गलत ढंग से साड़ी पहनना भी कैंसर का एक कारण बन सकता है। इसे पेटीकोट कैंसर का नाम दिया गया है। चलिए आज इसी के बारे में जानते हैं।

Anmol Chauhan लाइव हिन्दुस्तानFri, 8 Nov 2024 11:45 AM
share Share

भारतीय परिधानों की बात हो तो साड़ी का नाम सबसे ऊपर होता है। साड़ी हर महिला के वॉर्डरोब का एक अहम हिस्सा है। डेली वियर हो या किसी खास ऑकेजन की बात हो, अधिकतर महिलाएं साड़ी पहनना ही प्रिफर करती हैं। अगर आप भी इन्हीं में से एक हैं तो जरा सा सावधान होने की जरूरत है। दरअसल हाल ही में वर्धा के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज और बिहार के मधुबनी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने दो कैंसर पीड़ित महिलाओं का इलाज किया है और उन्हें होने वाले कैंसर को 'पेटीकोट कैंसर' का नाम दिया हैं। यानी आपकी पसंदीदा साड़ी कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का कारण भी बन सकती है। तो चलिए जानते हैं ये कैसे होता है और इससे बचाव के क्या उपाय हैं।

क्या है पेटीकोट कैंसर ?

डॉक्टर्स की मानें तो ये कैंसर साड़ी को गलत तरीके से पहनने पर हो सकता है। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक रिसर्च में डॉक्टर्स ने बताया है कि यह पेटीकोट की कमर की डोरी को कसकर बांधने से होने वाली स्थिति है। उनका कहना है कि पेटीकोट बांधने के गलत तरीके से स्किन कैंसर व अन्य स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं। पेटीकोट की डोरी अगर कस कर बांधी गई है तो लंबे समय तक लगातार दबाव और घर्षण के कारण त्वचा में जलन हो सकती है और यह अल्सर का कारण बन सकत है। रेयर केस में इससे सूजन और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा भी पनप सकता है।

ग्रामीण इलाकों में ज्यादा है खतरा

हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत के दौरान कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ दर्शना राणे ने बताया है कि ये एक रेयर कंडीशन है, जो उन महिलाओं को प्रभावित कर सकती है जो रोजाना साड़ी पहनती हैं। उनका कहना है कि खासतौर से भारत के गर्म और नमी भरे वातावरण में पेटीकोट की डोरी से होने वाली इरीटेशन काफी ज्यादा बढ़ सकती है। ग्रामीण इलाकों में जहां स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच आज भी कम है, वहां की महिलाओं को ये खतरा ज्यादा है। कम जागरूकता होने के कारण वे आमतौर पर त्वचा का रंग बदलने जैसे शुरुआती लक्षणों पर उतना ध्यान भी नहीं देती है। डॉ राणे के मुताबिक सिर्फ साड़ी ही नहीं बल्कि चूड़ीदार और धोती सही ढंग से न पहनने पर भी ये स्थिति हो सकती है।

बचाव के लिए इन बातों का रखें ध्यान

भले ही यह कंडीशन रेयर हो लेकिन इससे सबक ले कर सावधानियां बरतने की जरूरत है। अगर आप भी रोजाना साड़ी पहनती हैं तो कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें। सबसे पहले तो टाइट पेटीकोट पहनना अवॉइड करें। पेटीकोट की डोरी को कसकर कमर पर ना बांधे। खासतौर से अगर उस एरिया पर रंग बदलने और खुजली होने जैसी प्रॉब्लम दिखाई दे रही हैं, तब तो ऐसे कपड़े पहनना अवॉइड ही करें। घर पर जितना हो इलास्टिक वाले ढीले कपड़े ही पहनें। साथ ही कमर के इस एरिया की साफ-सफाई का भी ध्यान रखें

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें