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Karwachauth Special: क्या आपको पता हैं सोलह श्रृंगार की चीजें और इनका महत्व

Solah Shringar List: शादीशुदा महिलाओं के लिए सोलह श्रृंगार का काफी महत्व है। खूबसूरती बढ़ाने के साथ इन सारी चीजों के पीछे कोई न कोई वैज्ञानिक कारण भी होता है। यहां जानें क्यों करते हैं सोलह श्रृंगार

Kajal Sharma लाइव हिंदुस्तान, मुंबईThu, 13 Oct 2022 02:15 PM
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करवाचौथ (Karwachauth 2022) प्यार और परंपराओं का त्योहार है। भारत में शादीशुदा महिलाएं इसे काफी उत्सुकता से मनाती हैं। इसकी तैयारियां भी कई दिन पहले से शुरू हो जाती है। महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। फिर सज-धज कर पूजा करतीं और व्रत खोलती हैं। इस दिन सोलह श्रृंगार का काफी महत्व होता है। इस शृंगार (Makeup) से महिलाएं खूबसूरत दिखती हैं साथ ही ये सुहाग की निशानियां भी मानी जाती हैं। यहां जानें सोलह श्रृंगार में क्या-क्या होता है। 

चंद्रमा की सोलह कलाओं से जुड़ा श्रृंगार

सोलह श्रृंगार सिर से लेकर पांव तक होता है। माना जाता है कि यह न सिर्फ महिलाओं को सुंदर बनाता है बल्कि इससे नेगेटिव एनर्जी भी दूर होती है। इसे चंद्रमा की सोलह कलाओं से जोड़ाजाता है। श्रृंगार की चीजों में ये चीजें महत्वपूर्ण होती हैं...


सिंदूर: सिंदूर को सुहाग की निशानी माना जाता है। यह बालों में बीच की मांग निकालकर भरना शुभ माना जाता है और इसे पार्वती की एनर्जी का प्रतीक मानते हैं। आयुर्वेद में माना जाता है कि सिंदूर चक्र ऐक्टिवेट करता है और पॉजिटिव एनर्जी का फ्लो बढ़ाता है। माना जाता है कि यह स्ट्रेस को भी कम करता है।

बिंदी: बिंदी माथे पर लगाई जाती है जहां पिट्यूटरी ग्लैंड होती है। माना जाता है कि यह कई हॉरमोन्स रेग्युलेट करती है। आजकल लोग सिंथेटिक बिंदी लगाने लगे हैं लेकिन पहले माथे पर कुमकुम, हल्दी, चंदन और सिंदूर से बिंदी लगाते थे।

काजल: काजल आंखों को बड़ा और आकर्षक दिखाता है। ऐसी मान्यता है कि यह बुरी नजर से भी बचाता है, हालांकि इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं। काजल का काला रंग आंखों में तेज रोशनी पहुंचने से पहले इनको अवशोषित कर लेता है जिससे आंखें सुरक्षित रहती हैं।

कर्णफूल: इन्हें खूबसूरती के लिए पहना जाता है। कान छिदवाने का भी वैज्ञानिक आधार होता है। माना जाता है कि कान के लोब में मेरिडयन पॉइंट होता है जो कि दिमाग से जुड़ा होता है। 

नथ: सुश्रुत संहिता के मुताबिक, नाक छिदवाने से महिलाओं को पीरियड्स पेन में राहत मिलती है और बच्चे के जन्म के समय ज्यादा दर्द नहीं होता। 

चूड़ियां: चूड़ियां भी सुहाग की निशानी हैं और माना जाता है कि इनसे ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है।

मेहंदी: मेहंदी महिलाओं के श्रृंगार का अहम हिस्सा है। माना जाता है कि यह शरीर को ठंडक पहुंचाती जिससे तनाव कम होता है। ये भी देखें: करवा चौथ पर लगाएं मारवाड़ी मेहंदी डिजाइन, सुंदर दिखेंगे हाथ

मंगलसूत्र: मंगलसूत्र सुहाग की निशानी है। मान्यता है कि यह महिलाओं के शरीर में सूर्य नाड़ी को ऐक्टिवेट करता है जिससे ऊर्जा का संचार होता है।

अंगूठी: अलग-अलग मेटल्स शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। सोने की अंगूठी शरीर का तापमान नियंत्रित रखती है और इम्यूनिटी के लिए अच्छी मानी जाती है।

इसके अलावा कमरबंद, मांग टीका, लाल जोड़ा, बिछिया, पायल, गजरा और इत्र भी सोलह श्रृंगार का हिस्सा हैं। कुछ मुख्य सुहाग की चीजों के अलावा कुछ लोग इनमें अपने आप बदलाव भी कर लेते हैं जैसे बाजूबंद वगैरह को भी श्रृंगार का हिस्सा माना जाता है।

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