पुरानी साड़ी को नए तरीके से बांध कर मिलेगा अलग लुक, स्टाइल देख सब हो जाएंगे इंप्रेस
- साड़ी भारतीय महिलाओं के लिए हमेशा खास रही है। लेकिन इसे बांधने का वही पुराना तरीका कई बार नए जमाने की लड़कियों को रास नहीं आता है। पारंपरिक साड़ी को नए तरीके से बांध कर कैसे उसे दें नया अंदाज, बता रही हैं स्वाति शर्मा
हाल ही में अभिनेत्री तापसी पन्नू पेरिस में सबका ध्यान आकर्षित करती हुई नजर आईं। इसका खास कारण थी, उनकी साड़ी। दरअसल तापसी पेरिस ओलंपिक में अपने बैडमिंटन कोच पति का मनोबल बढ़ाने गई थीं और वहां उन्होंने साड़ी का जलवा दिखाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ा। तापसी का मानना है कि साड़ी को किसी खास मौके तक सीमित नहीं रखना चाहिए, बल्कि इसे रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। हालांकि साड़ी हमेशा से ही भारतीय परिधान का अहम हिस्सा रही है, लेकिन सुविधा और पश्चिमी प्रभाव के चलते हममें से कई लोग इससे दूर हो गए और इसे सिर्फ खास मौकों में ही पहनने लगे। यूं तो अभी भी करीब 70 प्रतिशत भारतीय महिलाएं रोज या खास मौकों पर साड़ी पहनती हैं, लेकिन इस मामले में एक खास तब्दीली देखी जा सकती है। ‘मुझे साड़ी बांधनी नहीं आती’, यह बात आमतौर पर सुनाई ही दे जाती है और इस बदलाव को हमने सहज ही स्वीकार भी कर लिया। इसके चलते एक नया करियर उभरता दिखाई दे रहा है , ‘साड़ी ड्रेपर’। ये लोग आम पार्टी में साड़ी बांधने का 300 से 1000 रूपए तक लेते हैं, वहीं सेलिब्रिटी साड़ी ड्रेपर की बात की जाए तो एक साड़ी बांधने की कीमत 35,000 से 50,000 तक होती है। हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी में भारतीय स्टूडेंट्स से बात करते हुए एक बार डिजाइनर सब्यासाची ने कहा था कि शर्म आनी चाहिए अगर आप भारतीय होकर कहते हैं कि आपको साड़ी बांधनी नहीं आती। हालांकि ‘शर्म’ शब्द के इस्तेमाल करने पर उन्होंने बाद में माफी भी मांग ली। लेकिन यह बात वाकई विचार करने वाली है। हमारे लिए भले ही यह घर की मुर्गी, दाल बराबर है, लेकिन वैश्विक स्तर पर साड़ी को खासा पसंद किया जाने लगा है।
चुनाव हो सही
साड़ी चुनते समय आपको केवल ट्रेंड का ख्याल ही नहीं रखना होता है। इसके साथ कुछ खास बातें भी हैं, जो आपको देखनी चाहिए। मसलन कैसा रंग आप पर फबेगा और साड़ी का फैब्रिक कैसा होना चाहिए। फैशन डिजाइनर अंकिता चौधरी बताती हैं साड़ी के अंदाज को बयां करने में रंग का बड़ा योगदान होता है। लाल, मेजेंटा, हरा, रानी रंग चलन में हमेशा रहते हैं। इसके अलावा हर सीजन में कुछ खास रंगों का चलन भी होता है। आप चलन के रंगों के दूसरे या पेस्टल शेड भी चुन सकती है। लेकिन चुनाव के वक्त आपको खुद के स्किन टोन का भी ध्यान रखना होगा। वहीं, साड़ी के फैब्रिक का चुनाव करते वक्त आपको मौसम के साथ खुद की शारीरिक संरचना का ध्यान भी रखना होगा। गर्मियों में आप शिफॉन और जॉर्जेट साड़ियों का चुनाव करें, वहीं सर्दियों के मौसम में सिल्क, टसर या वेल्वेट की साड़ी में स्टाइलिश दिखेंगी। वजन ज्यादा है, तो लाइक्रा जैसे फैब्रिक वाली साड़ी आप पर अधिक फबेगी, वहीं दुबली महिलाओं पर सूती, ऑरगेंजा या फूले कपड़े वाली साड़ी अधिक फबती है।
विकल्पों को खंगालें
अगर आप साड़ी पहनने के मॉडर्न तरीके खंगाल रही हैं तो सोशल मीडिया और फैशन वेबसाइट आपकी मदद करेंगी। यहां आपको वे सभी लुक और पैटर्न मिल जाएंगे, जो आपको लेटेस्ट लुक दे सकते हैं। इन विकल्पों को खंगालने के साथ ही आप साड़ी ड्र्रेंपग के तरीके पर भी गौर कर सकती हैं। साड़ी को 100 अलग- अलग तरीकों से बांधा जा सकता है। इनमें कुछ तरीके पारंपरिक हैं, तो कुछ मॉडर्न। पारंपरिक तरीकों में महाराष्ट्रियन ड्रेप, गुजरती ड्रेप, बंगाली ड्रेप वगैरह आते हैं। वहीं, मॉडर्न तरीकों में मरमेड, मुमताज, बेल्टेड, केप स्टाइल, बटरफ्लाई जैसे साड़ी ड्रेप चलन में हैं। इन्हें बांधने का तरीका बताने वाले वीडियो भी आपको ऑनलाइन आसानी से मिल जाएंगे।
यूं बनेगी बात
साड़ी को नया अंदाज देने के लिए आप ब्लाउज और एक्सेसरीज का भी सहारा ले सकती हैं। बोट नेक, कॉलर, क्रॉप टॉप वाले ब्लाउज काफी स्टाइलिश दिखते हैं। इसके अलावा श्रग, जैकेट या कुर्ती के साथ साड़ी की जुगलबंदी आपको स्टालिश बना सकती है। अगर आप पतली हैं तो साड़ी के साथ बेल्ट आपके फिगर को उभारेगी। इसके अलावा साधारण ब्लाउज को अलग लुक देने के लिए भी लेस, मोती आदि की एक्सेसरीज भी बाजार में आसानी से मिल जाती हैं।
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