आचार्य चाणक्य ने बताया, इन 4 घरों में कभी नहीं होता मां लक्ष्मी का वास ; गरीबी और कंगाली में बीत जाता है सारा जीवन
- आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में जीवन से जुड़े कई पहलुओं का जिक्र किया है। आज हम उन्हीं की नीतियों में से आपको कुछ ऐसे घरों के बारे में बताने वाले हैं, जहां आचार्य के अनुसार मां लक्ष्मी कभी भी प्रवेश नहीं करतीं। ऐसे घरों में हमेशा कंगाली के बादल छाए रहते हैं।
कई सालों के बाद भी आज जब ज्ञान की बात आती है तो आचार्य चाणक्य का नाम जरूर लिया जाता है। अपने समय के महान कूटनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री, राजनीतिक विद्या में निपुण; शायद ही ऐसा कोई क्षेत्र हो जहां आचार्य चाणक्य ने महारथ ना हासिल की हो। उनके द्वारा दिया गया ज्ञान आज भी लोगों को सही मार्ग दिखाने का काम कर रहा है। आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में जीवन के हर एक पहलू के बारे में विस्तार से चर्चा की है। उनकी इन्हीं नीतियों में ऐसे घर का जिक्र भी मिलता है जहां, आचार्य के अनुसार कभी भी मां लक्ष्मी का वास नहीं होता। ऐसा घर हमेशा कंगाली और दरिद्रता से घिरा रहता है। चलिए जानते हैं वो कौनसी गलतियां हैं जिनकी वजह से एक घर में कभी भी पैसा नहीं टिकता।
हमेशा बना रहता है लड़ाई-झगड़े का माहौल
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में बताया है कि जिस घर में हमेशा लड़ाई- झगड़े का माहौल बना रहता है, वहां कभी भी मां लक्ष्मी का वास नहीं होता। जिस घर के सदस्य अक्सर आपस में लड़ाई-झगड़ा, एक दूसरे पर बेवजह चिल्लाना जैसी चीजों में व्यस्त रहते हैं, वहां अक्सर कंगाली और दुख - दरिद्रता के बादल छाए रहते हैं।
घर में नहीं रहती साफ - सफाई
ये बात तो आपने भी सुनी होगी की जिस घर में साफ-सफाई नहीं होती वहां कभी भी मां लक्ष्मी का वास नहीं होता। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में भी ठीक इसी बात का जिक्र किया है। माता लक्ष्मी को साफ - सफाई पसंद होती है। ऐसे में अगर आप भी अपने घर में मां लक्ष्मी को आमंत्रित करना चाहते हैं तो साफ-सफाई का ध्यान जरूर रखें।
रसोई में रखें रहते हैं झूठे बर्तन
आचार्य चाणक्य की मानें तो जिन लोगों की रसोई में अक्सर झूठे बर्तनों का ढेर लगा रहता है, उनके घर भी कंगाली और दरिद्रता के बादल छाए रहते हैं। दरअसल रसोई में गंदगी फैलाए रखने और झूठे बर्तनों का ढेर लगाने पर मां अन्नपूर्णा नाराज होती हैं और घर में हमेशा पैसों की कमी बनी रहती है। ऐसे में रसोई की साफ-सफाई पर जरूर ध्यान दें।
महिलाओं और बुजुर्गों का नहीं होता आदर
आचार्य चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में इस बात का साफ जिक्र किया है कि जिस घर में महिलाओं, बुजुर्गों और विद्वानों का आदर नहीं किया जाता; वहां हमेशा ही कंगाली के बादल मंडराते रहते हैं। ऐसे घर में माता लक्ष्मी कभी भी प्रवेश नहीं करती। ऐसे घरों में रहने वाले लोग कितना भी पैसा कमा लें लेकिन वहां आर्थिक संकट और दरिद्रता बनी ही रहती है।
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