सनस्क्रीन का चुनाव करते वक्त किन बातों का रखें ध्यान, एक्सपर्ट से जानें
- हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार सौंदर्य विशेषज्ञ देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, गुंजन तनेजा
• गर्मी का मौसम आ गया है और हर ओर से त्वचा पर सनस्क्रीन लगाने की सलाह भी मुझे मिलने लगी है। पर, मैं सनस्क्रीन नहीं लगा पाती हूं क्योंकि सनस्क्रीन लगाते ही मेरी त्वचा चिपचिपी हो जाती है। ऐसा क्यों होता है? सनस्क्रीन का चुनाव करते वक्त और उसे लगाते वक्त किन बातों का ध्यान रखूं कि सूरज की रोशनी से त्वचा की रक्षा भी हो और त्वचा चिपचिपी भी न हो?
-आरोही वर्मा, मेरठ
अगर आपकी त्वचा तैलीय है, तो सनस्क्रीन क्रीम लगाने से आपकी त्वचा और ज्यादा तैलीय हो जाती होगी। आप मार्केट में उपलब्ध सनस्क्रीन के विकल्पों पर गौर करेंगी तो पाएंगी कि मार्केट में जेल बेस्ड सनस्क्रीन भी उपलब्ध हैं, तो अपने लिए वही चुनें। सनस्क्रीन लगाने के बाद दो मिनट तक बहुत ज्यादा पसीना आएगा। उस पसीने को तौलिया या टिश्यू पेपर की मदद से थपथपाकर सुखा लें, उसे पोंछने की गलती न करें। ऐसा करने से त्वचा के ऊपर से सनस्क्रीन नहीं हटेगा, बस पसीना सूख जाएगा। इसके अलावा स्प्रे वाला सनस्क्रीन भी आपके लिए उपयोगी साबित होगा। पसीने की इस दिक्कत के कारण सनस्क्रीन का इस्तेमाल बंद नहीं करें, बस उसके विकल्प को अपनी जरूरत के मुताबिक बदल लें।
• मेरें होंठों के दोनों किनारों की त्वचा अकसर रूखी हो जाती है। वहां क्रैक पड़ जाता है और रूखेपन के कारण सफेद निशान भी पड़ जाते हैं। पेट्रोलियम जेली आदि लगाने से भी कोई असर नहीं पड़ता। ऐसा क्यों हो रहा है और इस समस्या से मैं कैसे छुटकारा पाऊं?
-सुकन्या तिवारी, वाराणसी
अगर आपके होंठों के किनारे फट रहे हैं और वहां क्रैक पड़ रहा है, तो इसके दो-तीन कारण हो सकते हैं। पहली वजह तो होंठों का रूखापन है, जिससे आप भी वाकिफ होंगी। रूखेपन की समस्या से निजात पाने के लिए रात में सोने से पहले होंठों में और उसके किनारों पर देसी घी लगाएं। नाभि में देसी घी लगाने से भी रूखेपन की समस्या कम होती है। दूसरा, रूखेपन से छुटकारा पाने के लिए आप कॉस्मेिटिक्स से जुड़े जो भी सामान जैसे लिप बाम आदि का जो इस्तेमाल करती हैं, उसे बंद करें और उनकी जगह घी और नारियल तेल जैसे देसी नुस्खों का इस्तेमाल ज्यादा करें। इसके अलावा विटामिन-बी और आयरन की जांच करवाएं। शरीर में इन दो पोषक तत्वों की कमी के कारण भी होंठों में क्रैक पड़ता है। अगर शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी है, तो डॉक्टरी परामर्श के अनुरूप दवाओं का सेवन करें और अपनी डाइट में इन पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें। कई लोगों को बार-बार अपनी जीभ को होंठों पर फेरने की आदत होती है। इसकी वजह से भी यह समस्या होती है। अगर आपको भी यह आदत है, तो उस पर लगाम लगाने की कोशिश करें।
• मेरे टीनएज बेटे को पिछले कुछ माह से हेयर जेल के इस्तेमाल का शौक लग गया है। क्या हेयर जेल का इस्तेमाल बालों की सेहत के लिए ठीक है? इसके चुनाव और इस्तेमाल के दौरान किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए?
-दिवाश्री पांडेय, नई दिल्ली
हेयर जेल वैसे तो पानी में प्रोटीन मिलाकर बनाया जाता है और प्रोटीन बालों के लिए नुकसानदेह नहीं होता। पर, हेयर जेल के इस्तेमाल के बाद बाल कड़े हो जाते हैं और कड़े बालों पर जब दबाव डाला जाता है, मसलन हेलमेट आदि पहना जाता है, कोई कपड़ा बांधा जाता है या फिर बालों को धोया नहीं जाता है, तो बालों को नुकसान पहुंचने का अंदेशा होता है। बालों में जेल लगाने के बाद अगर उसके ऊपर नियमित रूप से हेयर ड्रायर का इस्तेमाल किया जाता है, तब भी समस्या आ सकती है। जेल को कभी भी बालों की जड़ों पर नहीं लगाएं वर्ना बालों की सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। जेल के नियमित इस्तेमाल में कोई दिक्कत नहीं है, पर उसके बाद बालों की साफ-सफाई और देखभाल पर ध्यान देना जरूरी है।
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