रूखे-उलझे बालों से निपटने के लिए अपनाएं रिवर्स हेयर वॉशिंग, जानें क्या हैं इसके फायदे
- अब तक आप शैंपू के बाद बालों में कंडीशनर का इस्तेमाल करती आ रही थीं। पर, बालों की देखभाल में पिछले कुछ समय से शैंपू से पहले कंडीशनर का इस्तेमाल बढ़ा है। क्या है, बालों की सफाई की यह तकनीक और कैसे इसे आजमाएं, बता रही हैं सौंदर्य विशेषज्ञ शहनाज हुसैन

खूबसूरत, सिल्की और सेहतमंद बालों की अपनी ख्वाहिश को पूरा करने के लिए हम सभी अकसर नए-नए प्रयोग करते रहते हैं। कभी तरह-तरह के हेयर मास्क, तेल से लेकर कंडीशनर तक का इस्तेमाल करते हैं, तो कभी दोस्तों-रिश्तेदारों द्वारा सुझाए तरीके आजमाते हैं। बालों की खूबसूरती को निखारने के लिए पिछले कुछ समय से एक नया तरीका इस्तेमाल किया जाने लगा है। इस तरीके का नाम है- रिवर्स हेयर वॉशिंग। यदि आपके बाल अकसर रूखे, उलझे हुए या जल्दी तैलीय हो जाते हैं तो रिवर्स हेयर वॉशिंग आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। इस प्रक्रिया को प्री-कंडीशनिंग भी कहते हैं।
बालों को धोने का नया तरीका
परंपरागत रूप से हम जैसे बालों को धोते हैं, रिवर्स हेयर वॉशिंग उसके ठीक उल्टा है। आमतौर पर हम सब पहले शैंपू करते हैं। उसे अच्छी तरह से धोने के बाद बालों में कंडीशनर लगाते हैं और दो-चार मिनट बाद उसे धो लेते हैं। पर, अगर आप रिवर्स हेयर वॉश ट्रेंड अपनाना चाहती हैं तो सबसे पहले अपने सूखे या हल्के बालों की लंबाई वाले हिस्से में हेयर कंडीशनर लगाएं और उसे 10 से 15 मिनट के लिए यों ही छोड़ दें। जड़ों में कंडीशनर लगाने की गलती न करें। इसके बाद शैंपू लगाकर बालों को धो लें। इस नई तकनीक से बाल धोने से स्कैल्प में जमे तेल और गंदगी आसानी से निकल आती है। कंडीशनर धोने से पहले प्राइमर की तरह काम करेगा और बालों की रक्षा करेगा ताकि शैंपू बालों से प्राकृतिक तेल न छीन ले। इस तरीके से बालों को धोने के क्या हैं फायदे, आइए जानें:
रिवर्स हेयर वॉश से बाल कोमल और मुलायम बने रहते हैं और बालों की नमी बरकरार रहती है।
अगर आप सुस्त और बेजान बालों से परेशान हैं तो इस तकनीक को अपनाएं। यह खासतौर से उन महिलाओं के लिए उपयोगी हैं, जिनके बाल पतले और स्कैल्प तैलीय है।
यह तकनीक बालों उलझने से बचाता है और इससे बाल बाउंसी नजर आते हैं।
जिन महिलाओं का स्कैल्प तैलीय है, वे सप्ताह में दो बार रिवर्स हेयर वॉश कर सकती हैं, जबकि सामान्य स्कैल्प वालों को सप्ताह में एक बार ही इस तरीके से बालों को धोना चाहिए।
रिवर्स हेयर वॉशिंग से उन लोगों को भी लाभ हो सकता है जिनके बाल रंगे हुए हैं। शैंपू करने से पहले कंडीशनर लगाने से एक सुरक्षात्मक परत बनती है, जिससे बालों के रंग या हाइलाइट पर शैंपू का प्रभाव कम होता है। यह तकनीक आपके बालों के रंग की जीवंतता और लंबे समय तक टिके रहने में मदद करती है, जिससे सैलून जाने के बीच का समय बढ़ जाता है।
इन बातों का भी रखें ध्यान
बालों को केमिकल से बचाने के लिए कंडीशनर काफी उपयोगी साबित होता है। मगर रिवर्स हेयर वॉश में अमूमन कंडीशनर पहले और शैंपू बाद में प्रयोग किया जाता है, इससे खासकर मोटे बालों पर कंडीशनर ज्यादा असरदार नहीं होता है।
रिवर्स हेयर वॉशिंग हर किसी के बालों के प्रकार के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। अत्यधिक तैलीय स्कैल्प वाले लोगों को यह चुनौतीपूर्ण लग सकता है क्योंकि कंडीशनर लगाने से उनके बाल चिपचिपे हो सकते हैं।
रिवर्स वॉशिंग तकनीक को ट्राई करने से पहले सल्फेट , पैराबेन्स और सिलिकॉन से भरे कंडीशनर के उपयोग से परहेज़ करें क्योंकि ये आपके बालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हमेशा अपने लिए एक मॉइस्चराइजिंग कंडीशनर चुनें, जो बालों को जरूरी पोषण दे। बालों को धोने के लिए भी वह शैंपू चुनें, जो बालों की प्रकृति के अनुरूप हो।
(लेखिका अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौंदर्य विशेषज्ञ हैं और हर्बल क्वीन के रूप में लोकप्रिय हैं)
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