झारखंड में 66 फीसदी सीटों पर किस्मत आजमा रहीं महिलाएँ, फिर भी पुरुषों की संख्या सात गुना अधिक
झारखंड विधानसभा चुनावों में इस बार 66 फीसदी महिलाएं अपनी किस्मत आजमा रही हैं। आंकड़े बता रहे हैं कि इसके बावजूद पुरष प्रत्याशियों की संख्या सात गुना अधिक है।
चुनावों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी इस हालिया उदाहरण से देखी जा सकती है कि झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों में 66 फीसदी महिलाएं अपनी किस्मत आजमा रही हैं। आपको बता दें कि झारखंड विधानसभा चुनाव में इस बार राज्य की 81 विधानसभा सीटों में से 54 सीटें ऐसी हैं, जहां बतौर प्रत्याशी महिलाएं चुनाव लड़ रही हैं। इन 54 सीटों पर महिलाओं की संख्या जहां 128 है, वहीं पुरुषों की संख्या 879 (सात गुना) है। उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी के बाद यह आंकड़ा सामने आया है। इस लिहाज से देखा जाए तो राज्य की 66 प्रतिशत सीटों पर महिलाएं अपनी किस्मत आजमा रही हैं।
उल्लेखनीय है कि देश की राजनीति में महिला प्रतिनिधित्व तय करने को लेकर महिला आरक्षण का प्रावधान है। देश के दोनों सदनों से सहमति के बाद नारी शक्ति वंदन अधिनियम-2023 विधेयक लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक-तिहाई सीटें रोटेशन के आधार पर आरक्षित होंगी। विधेयक तो लागू हो चुका है, पर आरक्षण जनगणना प्रकाशन के बाद प्रभावी होगा। जनगणना के आधार पर महिलाओं के लिये सीटें आरक्षित करने के लिए परिसीमन होगा। झारखंड में अगले चुनाव से यह व्यवस्था लागू होने की संभावना है।
मांडर में सर्वाधिक सात महिला उम्मीदवार
विधानसभावार महिला प्रत्याशियों की बात करें तो राज्य में मांडर विधानसभा क्षेत्र से शिल्पी नेहा तिर्की समेत सर्वाधिक 7 महिला प्रत्याशी मैदान में हैं। उसके बाद छतरपुर से पुष्पा देवी समेत 6 जबकि कोलेबिरा व जामा से 5-5, गांडेय, रामगढ़, गिरिडीह, पोटका, चक्रधरपुर व रांची से 4-4 महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
आजसू के 10 प्रत्याशियों में से तीन महिलाएं
पार्टीवार बात करें तो राज्य में महिलाओं को भागीदारी देने में आजसू पार्टी सबसे ऊपर है। आजसू पार्टी राज्य में 10 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जिसमें 03 यानी 30 प्रतिशत महिला प्रत्याशी हैं। उसके बाद कांग्रेस ने 23.33, भाजपा ने 17.64, झामुमो ने 11.62 और राजद ने 14.28 प्रतिशत महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है।
दोनों चरणों में 591 निर्दलीय मैदान में
संख्या की बात करें तो राज्य में कुल 1211 प्रत्याशियों में से मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय पार्टी से 160 उम्मीदवार हैं, जिनमें 135 पुरुष और 25 महिला हैं। उसी तरह मान्यता प्राप्त राज्यस्तरीय झारखंड की पार्टियों ने कुल 60 उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है। इनमें 51 पुरुष और 09 महिलाएं हैं। दूसरे राज्यों की मान्यता प्राप्त राज्यस्तरीय पार्टियों ने 76 लोगों को प्रत्याशी बनाया है। उनमें 71 पुरुष और 5 महिलाएं हैं। वहीं पंजीकृत गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों ने कुल 324 प्रत्याशी दिये हैं। जिनमें 294 पुरुष और 29 महिलाएं एवं एक ट्रांसजेडर हैं। दोनों चरण के चुनाव में कुल 591 निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। उनमें 530 पुरुष, 60 महिलाएं एवं 01 ट्रासजेंडर प्रत्याशी शामिल है।
महिलाओं के प्रतिनिधित्व में राष्ट्रीय पार्टियां अव्वल
राज्य के समग्र परिदृष्य में बात करें तो 81 विधानसभा सीटों के लिए कुल 1211 प्रत्याशी में महिलाओं की संख्या महज 128 और पुरुष 1081 है। यानी ओवर ऑल महिला प्रत्याशियों का प्रतिशत महज 10.56 है। जबकि, पार्टियों के स्तर के हिसाब से देखें तो महिलाओं को प्रतिनिधित्व देने में राष्ट्रीय पार्टियां अव्वल और झारखंड की राज्यस्तरीय पार्टियां दूसरे नंबर पर हैं। राज्य में मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय पार्टियों ने 15.62 प्रतिशत महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है। वहीं मान्यता प्राप्त झारखंड की राज्यस्तरीय पार्टियों ने 15 प्रतिशत एवं दूसरे राज्यों की मान्यताप्राप्त राज्यस्तरीय पार्टियों ने महज 6.57 प्रतिशत महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है, जबकि गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों ने 8.95 प्रतिशत महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा है। निर्दलीय प्रत्याशियों में महिलाओं की संख्या की बात करें तो इनकी भागीदारी 10.15 प्रतिशत है।