लव और लैंड जिहाद से त्रस्त आदिवासी, सरकार ने साधी चुप्पी; सीता सोरेन ने बताया क्यों BJP का आना है जरूरी
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) छोड़ बीजेपी में आईं शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन ने जामताड़ा से चुनाव जीतने का भरोसा जताया है। उनका कहना है कि मुझे अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों से बहुत प्यार और समर्थन मिल रहा है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) छोड़ बीजेपी में आईं सीता सोरेन ने जामताड़ा से चुनाव जीतने का भरोसा जताया है। उनका कहना है कि मुझे अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों से बहुत प्यार और समर्थन मिल रहा है। शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन ने झारखंड में जनसांख्यिकीय बदलावों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि इसके लिए सरकार की अनदेखी जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर चुप है।
एएनआई को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, 'हमारे बार-बार पूछने के बावजूद सरकार इस मुद्दे पर चुप रही है। हमारे समुदाय की चिंताओं को दूर करना उनकी जिम्मेदारी है, खासकर जब 'लव जिहाद' और 'भूमि जिहाद' जैसे संवेदनशील विषयों की बात आती है। सरकार की निष्क्रियता ने उन लोगों को बढ़ावा दिया है जो हमारे लोगों का शोषण और मैनुपुलेट करना चाहते हैं। अगर हम अपने आदिवासियों के अधिकारों और सम्मान की रक्षा करना चाहते हैं, तो हमें अपने नेताओं से कार्रवाई की मांग करनी होगी। अब समय आ गया है कि सरकार इन मुद्दों को हल करने और हमारे समुदाय के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए। वरना, आदिवासियों की समानता खत्म हो जाएगी। अगर हम आदिवासियों को बचाना चाहते हैं, तो भाजपा को लाना जरूरी है।'
कांग्रेस नेता इरफान अंसारी पर हमला बोलते हुए सीता सोरेन ने कहा कि अंसारी, जो बाद में मंत्री बन गए, लोग उनसे आतंकित हैं और उन्हें बदलाव की जरूरत है। आदिवासी समुदाय के सभी लोग मेरे साथ खड़े हैं और यहां कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। उन्होंने इरफान अंसारी पर आदिवासी महिलाओं और समुदाय को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस से उन्हें पार्टी से निष्कासित करने की मांग की।
बीजेपी नेता ने कहा, 'जिस तरह से वह सभी महिलाओं पर अत्याचार करते हैं, उनका अपमान करते हैं, वह उनकी आदत बन गई है और उन्होंने मुझसे भी इसी तरह का व्यवहार किया। उन्होंने जो अपमानजनक टिप्पणियां की हैं, वे न केवल मेरे लिए बल्कि सभी समुदायों की महिलाओं के लिए अपमानजनक हैं। उनके आवास के बाहर भी उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए गए। ऐसे विधायक को उनकी पार्टी से निष्कासित कर दिया जाना चाहिए। मैं समझ नहीं पा रही हूं कि उन्हें टिकट कैसे दिया गया।'