राहत : झारखंड में एक फीसदी से कम हुई कोरोना से मौत की दर
झारखंड में कोरोना के बढ़ते मरीजों के बीच एक राहत भरी खबर है। झारखंड में महामारी से मौत की दर में कमी आई है। राष्ट्रीय औसत के मुकाबले राज्य की मृत्युदर लगभग आधी है। राष्ट्रीय मृत्युदर जहां 1.85...
झारखंड में कोरोना के बढ़ते मरीजों के बीच एक राहत भरी खबर है। झारखंड में महामारी से मौत की दर में कमी आई है। राष्ट्रीय औसत के मुकाबले राज्य की मृत्युदर लगभग आधी है। राष्ट्रीय मृत्युदर जहां 1.85 है वहीं राज्य की मृत्युदर महज .97 है। पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में जहां संक्रमित मरीजों की मृत्यु दर 2 और उत्तर प्रदेश में 1.5 प्रतिशत है। झारखंड में कोरोना से मौत की दर में कमी पिछले दो दिनों में आयी है। 30 अगस्त को झारखंड में मोर्टेलिटी रेट 1.06 थी जो 31 अगस्त को घटकर 1.00 और 1 सितंबर को .97 हो गयी।
राज्य में 438 मरीज की मौत
राज्य में अब तक 438 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसमें 199 मौतें केवल पूर्वी सिंहभूम में हुई है। वहीं रांची जिले में अब तक 65 मरीज की मौत हुई है। तीसरे नंबर पर धनबाद है जहां 33 मरीजों की मौत हो चुकी है। हजारीबाग में 19 मौत हुई है। बाकी के जिलों में मौत की संख्या 15 से कम है। केवल जामताड़ा ही ऐसा जिला है जहां अभी तक एक भी मौत नहीं हुई है।
मृत्युदर की वजह अलग-अलग
रिम्स स्टेट कोविड सेंटर नोडल अफसर डॉ बृजेश मिश्रा ने कहा कि अलग-अलग राज्यों में पॉजिटिव पाए गए मरीजों की मृत्यु दर अलग-अलग है। यह राज्यों में संक्रमित हुए लोगों के आयुवर्ग, स्वास्थ्य संसाधन की उपलब्धता, मोटापा व अन्य बीमारियों से मरीज के पहले से पीड़ित होने पर निर्भर करती है जिसकी स्थिति हर राज्य में अलग होती है। साथ ही संक्रमित मरीजों के उपचार की व्यवस्था कैसी है, इस पर भी यह निर्भर करता है।