अभिनेत्री अमीषा पटेल पर 500 रुपए का हर्जाना, वकील ने जिरह के लिए मांगी थी मोहलत, क्या है मामला?
रांची की एक अदालत ने बॉलीवुड अभिनेत्री अमीषा पटेल पर पांच सौ रुपये का हर्जाना लगा दिया है। उनके वकील ने चेक बाउंस मामले में गवाह से जिरह के लिए तैयारी नहीं की थी। इस पर अदालत ने हर्जाना लगाया।
रांची सिविल कोर्ट से अभिनेत्री अमीषा पटेल को तगड़ा झटका लगा है। अदालत ने चेक बाउंस से जुड़े एक मामले में अभिनेत्री अमीषा पटेल पर 500 रुपए का हर्जाना लगाया है। बुधवार को न्यायिक दंडाधिकारी डीएन शुक्ला की अदालत में मामले में शिकायतकर्ता अजय कुमार सिंह की ओर से गवाही कराई गई। आरोपी अमीषा पटेल की ओर से पेश वकील ने गवाह का जिरह नहीं किया। उन्होंने गवाह से जिरह के लिए अदालत से मोहलत मांगी। इसका याचिकाकर्ता के वकील विजयलक्ष्मी श्रीवास्तव ने विरोध किया। उन्होंने अमीषा का जमानत रद्द करने की गुजारिश कर दी।
अमीषा के वकील ने अदालत से कहा कि अभी उन्होंने उतनी तैयारी नहीं है कि गवाह का क्रॉस एग्जामिनेशन और उससे जिरह कर सकें। अधिवक्ता ने इसके लिए कोर्ट से कुछ समय दिए जाने की मांग की। इस पर अदालत ने अमीषा पटेल के वकील द्वारा मोहलत मांगे जाने पर ₹500 का हर्जाना लगाया। यह राशि कोर्ट में जमा करने को कहा गया है। साथ ही मामले की अगली सुनवाई की तारीख 7 अगस्त निर्धारित की गई है। उस दिन गवाह की जिरह होगी।
बता दें कि फिल्म मेकर अजय कुमार सिंह ने अभिनेत्री अमीषा पटेल पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि अमीषा पटेल ने देसी मैजिक फिल्म बनाने के लिए अजय कुमार सिंह से 2 करोड़ रुपये लिए थे। जब फिल्म जून, 2018 में रिलीज नहीं हुई तो समझौते के अनुसार अजय ने पैसे लौटाने की मांग कर डाली।
आरोप है कि काफी टालमटोल के बाद अमीषा की ओर से रकम की वापसी के लिए जो चेक दिया गया वह बाउंस कर गया। अजय कुमार सिंह के पैसा मांगने पर अमीषा पटेल ने 2 चेक दिया और दोनों चेक बाउंस हो गए थे। इसको लेकर अजय कुमार सिंह ने अमीषा पटेल के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में अभिनेत्री अमीषा पटेल ने 17 जून को सरेंडर कर दिया था। इस पर अदालत ने उनको दस हजार रुपये के दो बेल बॉन्ड पर जमानत दे दी थी। इस केस की सुनवाई न्यायिक दंडाधिकारी दिग्विजय नाथ शुक्ला की अदालत कर रही है। अरगोड़ा निवासी अजय कुमार सिंह ने 17 नवंबर, 2018 को सीजेएम कोर्ट में अमीषा पटेल के खिलाफ शिकायती वाद दाखिल किया था।