रामगढ़ः इलाज के अभाव में 7 महीने तक मौत से संघर्ष, पारा शिक्षक ने तोड़ा दम
नवप्राथमिक विद्यालय होरोमोच्चा के घायल पारा शिक्षक देवनारायण टुड्डू की बुधवार को मौत हो गई। देवनारायण टुड्डू 25 दिसम्बर 2020 को बाइक दुर्घटना में घायल हो गए थे। उनका रिम्स में इलाज चल रहा था। जहां...
नवप्राथमिक विद्यालय होरोमोच्चा के घायल पारा शिक्षक देवनारायण टुड्डू की बुधवार को मौत हो गई। देवनारायण टुड्डू 25 दिसम्बर 2020 को बाइक दुर्घटना में घायल हो गए थे। उनका रिम्स में इलाज चल रहा था। जहां डॉक्टरों ने मशीन खराब होने का हवाला देकर ऑपरेशन नहीं किया और छुट्टी देकर वापस घर भेज दिया गया था।
इसी बीच 13 फरवरी 2021 की रात में आंधी तूफान में उनके घर का एसवेस्टेस उड़ गया। इसके बाद समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार पर झारखंड सरकार के शिक्षा सचिव ने संज्ञान लेते हुए उनकी इलाज की जिम्मेवारी ली। मार्च में इलाज के लिए जनरल हॉस्पिटल रांची में भर्ती किया गया। जनरल हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था कि डॉक्टरों ने करोना का हवाला देकर 15 मार्च को छुट्टी देकर वापस घर भेज दिया। इलाज के अभाव में बुधवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। टुड्डू वर्ष 2006 से नवप्राथमिक विद्यालय होरोमोच्चा में पारा शिक्षक बने थे।
पारा शिक्षक की आश्रित पत्नी को नौकरी देने की मांग
डाड़ी प्रखंड पारा शिक्षक अध्यक्ष जगजीवन दास ने मृत पारा शिक्षक देवनारायण टुड्डू की आश्रित पत्नी को सरकार से अनुकंपा पर नौकरी और 15 लाख रुपये देने की मांग की है। जगजीवन दास ने कहा देवनारायण टुड्डू सरकार इलाज कराती तो उनकी मौत नहीं होती। देवनारायण टुडू के पीछे पत्नी नेहा मूर्म, पुत्र अनुज टुड्डू (8), पुत्री रौही टुड्डू (4)वर्ष और बुढ़ी मां को छोड़ गए हैं। इधर डाड़ी प्रखंड के शिक्षक जयराम प्रजापति, संदीप कुमार, गहन बेदिया, महेशनाथ महतो, दिवाकर यादव, सैनूल अंसारी, पिंकी देवी, तालो मरांडी ने देवनारायण टुड्डू के परिजनों से मिलकर शोक प्रकट किया है।