CRPF के प्रकाश रंजन मिश्रा को रिकॉर्ड 8वीं बार मिलेगा वीरता पदक, नक्सलियों के खिलाफ जंग में महारत हासिल
प्रकाश मिश्रा रांची निवासी हैं और वर्तमान में खूंटी में पोस्टेड हैं। वह सीआरपीएफ में सेकेंड इन कमांड हैं और उनके पास नक्सलियों से निपटने में दक्षता है।प्रकाश को इससे पहले शौर्य चक्र भी मिल चुका है।
सीआरपीएफ अधिकारी प्रकाश रंजन मिश्रा को 8वीं बार वीरता पदक से सम्मानित किया गया। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जारी आदेश के अनुसार, 49 वर्षीय मिश्रा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में वीरता पदक पाने वाले सर्वोच्च व्यक्ति बन गए हैं।
रांची के रहने वाले हैं प्रकाश रंजन मिश्रा
प्रकाश मिश्रा रांची निवासी हैं और वर्तमान में खूंटी में पोस्टेड हैं। वह सीआरपीएफ में सेकेंड इन कमांड हैं और उनके पास नक्सलियों से निपटने में दक्षता है।प्रकाश चंद्र मिश्रा को इससे पहले शौर्य चक्र से भी नवाजा जा चुका है।
कई अन्य अधिकारियों को भी वीरता पुरस्कार
मिश्रा के अलावा सहायक कमांडेंट प्रहलाद सहाय चौधरी, कांस्टबेल राजू कुमार, योगेंद्र कुमार और सुशील कुमार चाची भी सम्मानित हुए। चौधरी का यह चौथा वीरता पदक है।
सीआरपीएफ के जाबांज ऑफिसर माने जाते हैं
पीआर मिश्री सीआरपीएफ के जांबाज अफसर माने जाते हैं। इनकी बहादुरी के कई किस्से हैं। मुरहू थाना क्षेत्र के कोयंगसर गांव के समीप पहाड़ी पर पीएलएफआई रीजनल कमांडर जीदन गुड़िया के दस्ते से मुठभेड़ में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 2020 में यह घटना घटी थी। गोलीबारी के बीच सेकेंड इन कमांडर पीआर मिश्रा का पैर फिसल गया और गिर गए। उनकी पसली की तीन हड्डियां टूट गईं, मगर वह आगे बढ़ते गए और उन्होंने जीदन को गोली मारकर ढेर कर दिया।