औरैया हादसा : 11 श्रमिकों के शव पहुंचते ही चीत्कार उठा पिंड्रजोरा
उत्तर प्रदेश के औरैया में दुर्घटना के शिकार पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के 11 श्रमिकों का शव 60 घंटे बाद सोमवार दोपहर पौने तीन बजे उनके गांव पहुंचा। गोपालपुर, खिराबेड़ा और बाबूडीह गांव में जैसे ही...
उत्तर प्रदेश के औरैया में दुर्घटना के शिकार पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के 11 श्रमिकों का शव 60 घंटे बाद सोमवार दोपहर पौने तीन बजे उनके गांव पहुंचा। गोपालपुर, खिराबेड़ा और बाबूडीह गांव में जैसे ही श्रमिकों का शव एंबुलेंस में पहुंचा, लोगों के सब्र का बांध टूट पड़ा। 20 हजार से अधिक लोगों की भीड़ गांव की संकरी गलियों में उमड़ पड़ी। आंसुओं के सैलाब के बीच शाम चार बजे सात शवों को समाधि बनाकर दफन और चार का दाह संस्कार किया गया।
एंबुलेंस से नहीं उतारे गए शव : शवों के पहुंचने में हुई देरी की वजह से उनसे दुर्गंध उठने लगी थी। जिसके कारण शवों को एंबुलेंस से नहीं उतारा गया। परिजनों को बाहर से ही औपचारिक दर्शन कराया गया। इसके बाद एंबुलेंस से ही शवों को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।
दहाड़ मारकर बिलखते परिजन सड़क पर बेसुध हुए : गोपालपुर और खिराबेड़ा गांव में शव जैसे ही पहुंचे, परिजन एंबुलेंस की ओर दौड़ पड़े। एंबुलेंस में शवों को देख परिजन सुध-बुध खो बैठे और दहाड़ मारकर सड़क पर गिर पड़े। एंबुलेंस में पति के शव को देखकर ही राहुल सहिस की पत्नी अपने छह दिन के नवजात को गोद में लिए-लिए बेहोश हो गई। मृतक सोमनाथ गोस्वामी की मां विगत दो दिनों से अचेत हैं। दो बेटियां मां को ढांढ़स बांधने में लगी थीं।