कैप्टन कूल धोनी को 'जिगरी' दोस्त ने लगाया 15 करोड़ का चूना, रांची में केस; बिजनेस पार्टनर का अलग दावा
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को उनके दोस्त ने 15 करोड़ रुपए का आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। इसे लेकर कैप्टन कूल ने रांची में केस दर्ज किया है। बिजनेस पार्टनर का दावा अलग है।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने बिजनेस पार्टनर, क्रिकेटर मित्र और अरका स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड एंड मैनेजमेंट लिमिटेड के मिहिर दिवाकर (बचपन के दोस्त) और सौम्या दास के खिलाफ रांची सिविल कोर्ट में मामला दर्ज कराया है। दोनों पर फर्जीवाड़ा कर धोनी को 15 करोड़ रुपए की आर्थिक क्षति पहुंचाने का आरोप है।
धौनी ने अपने प्रतिनिधि (और बचपन के मित्र) सीमांत लोहानी (चित्तू) को मुकदमा करने का अधिकार दिया है। सीमांत ने 27 अक्तूबर 2023 को उक्त शिकायतवाद दर्ज कराया था। इसमें कहा गया है कि मिहिर दिवाकर ने कथित तौर पर दुनियाभर में क्रिकेट अकादमी खोलने के लिए साल 2017 में एमएसधोनी के साथ एक समझौता किया था। इसके तहत धोनी को लाभ का 70 फीसदी भुगतान करना था, लेकिन समझौते के नियमों का उल्लंघन कर उन्हें 15 करोड़ रुपए की आर्थिक क्षति पहुंचाई।
मिहिर दिवाकर ने कहा, 'मैंने माही के वकील द्वारा भेजे गए लीगल नोटिस का जवाब दे दिया था। एग्रीमेंट का कोई उल्लंघन नहीं किया है। एमएसडी (MSD) के ऊपर मेरा ही बकाया है।'
धोनी के प्रतिनिधि लोहानी का बयान दर्ज
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ फर्जीवाड़ा कर 15 करोड़ रुपए की आर्थिक क्षति पहुंचाने के मामले में रांची में केस दर्ज किया गया है। अरका स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड एंड मैनेजमेंट लिमिटेड के मिहिर दिवाकर पर यह केस दुनियाभर में क्रिकेट अकादमी खोलने के लिए हुए समझौते के उल्लंघन को लेकर किया गया है। इस मामले में शुक्रवार को न्यायिक दंडाधिकारी राज कुमार पांडेय की अदालत में सुनवाई के दौरान धोनी के प्रतिनिधि सीमांत लोहानी का बयान दर्ज किया गया। इसमें उन्होंने मिहिर दिवाकर और सौम्या दास पर लगाए आरोपों के बारे में बयान दिया। अदालत ने सुनवाई की अगली तारीख 20 जनवरी निर्धारित की है।
बता दें कि जब धोनी को समझौते के नियमों के उल्लंघन की जानकारी हुई तो उन्होंने अगस्त 2021 में समझौता वापस ले लिया। इसके बावजूद आरोपियों ने एमएस धोनी क्रिकेट अकादमी खोलना जारी रखा। धोनी ने उनलोगों को कानूनी नोटिस भेजा। इसका जवाब देने के बाद भी अकादमी खोलना बंद नहीं हुआ। इससेधोनी को आर्थिक क्षति हुई है। दूसरी तरफ मिहिर दिवाकर का कहना है कि उन्होंने धोनी के वकील द्वारा भेजे गए लीगल नोटिस का जवाब दे दिया था। उसमें सारे तथ्य उन्होंने रखे हैं। उन्होंने एग्रीमेंट का कोई उल्लंघन नहीं किया है। धोनी के ऊपर उनका ही बकाया निकल रहा है।