झारखंड : कोरोना से संक्रमित हुआ नवजात तो रिम्स में ही छोड़ गए मां-बाप
कोरोना का भय क्या होता है इसकी बानगी रिम्स में देखने को मिली है। महज 14 दिन के एक दुधमुंहे बच्चे को मां बाप महज इसलिए अस्पताल में ही छोड़ गए, कि वह बच्चा कोरोना से संक्रमित हो गया है। जबकि बच्चे की...
कोरोना का भय क्या होता है इसकी बानगी रिम्स में देखने को मिली है। महज 14 दिन के एक दुधमुंहे बच्चे को मां बाप महज इसलिए अस्पताल में ही छोड़ गए, कि वह बच्चा कोरोना से संक्रमित हो गया है। जबकि बच्चे की आंत फट गयी है, उसकी स्थिति गंभीर है। पेडिएट्रिक सर्जरी वार्ड में भर्ती नवजात मौत और जिंदगी केबीच संघर्ष कर रहा है। अब पेडिएट्रिक सर्जरी डिपार्टमेंट के डॉक्टर और नर्स उसके अभिभावक की भूमिका भी निभा रहे हैं और इलाज भी कर रहे हैं। हालांकि जिंदगी मिलेगी दोबारा फाउंडेशन के संस्थापक अश्विनी राजगढ़िया ने कहा है कि वह शनिवार को बच्चे की देखभाल के लिए अपने आदमी तैनात कर देंगे।
चार दिन पहले इलाज के लिए आया था रिम्स
चार दिन पहले पलामू जिले के बिश्रामपुर की एक दंपति अपने 10 दिन के बच्चे को लेकर रिम्स में पीडियाट्रिक सर्जरी ओपीडी पहुंचे। पेडिएट्रिक सर्जन डॉ अभिषेक रंजन ने बताया कि जांच में पता चला कि बच्चे की आंत फटी हुई है। उसकी सर्जरी बहुत ही जरूरी है। सर्जरी के लिए बच्चे को भर्ती कर लिया गया। बच्चे की सभी जरूरी जांच के साथ साथ कोविड टेस्ट के लिए भी सैंपल दिया गया। डॉ अभिषेक ने बताया कि नवजात के मां बाप बहुत अच्छे तरीके से उसकी देखभाल कर रहे थे। लेकिन गुरुवार की रात बच्चे की कोविड जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उसके मां-बाप कि बोले खाना खाकर आ रहे हैं और वहां से निकल गए। उसके बाद रात में उन्हें काफी फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। शुक्रवार को तो फोन ही स्विच ऑफ कर लिया।
दो तीन दिन बाद की जाएगी सर्जरी
पेडिएट्रिक सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ हीरेंद्र बिरुआ ने बताया कि बच्चे का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। रिम्स प्रबंधन को भी इसकी सूचना दी जा चुकी है। रिम्स अधीक्षक की ओर से भी सर्जरी की अनुमति मिल गयी है। बच्चे की स्थिति सामान्य होने के बाद 2-3 दिनों के भीतर इसकी सर्जरी की जाएगी। बच्चे को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।