Jharkhand Weather: गर्मी को जाओ भूल, झारखंड पहुंचा मॉनसून; पारा कम होते ही बदली स्कूल टाइमिंग
Jharkhand Weather: एक हफ्ते की देरी से मॉनसून झारखंड पहुंच गया है। राशुक्रवार को संताल परगना के साहिबगंज और पाकुड़ क्षेत्र में मानसून का प्रवेश हुआ। चार दिनों में पूरे राज्य पर असर दिखेगा।
Jharkhand Weather: गर्मी से झुलसते झारखंड वासियों के लिए सुखद खबर है। राज्य में दक्षिणी-पश्चिमी मानसून का आगाज हो चुका है। शुक्रवार को संताल परगना के साहिबगंज और पाकुड़ क्षेत्र में मानसून का प्रवेश हुआ। अगले तीन से चार दिनों के दौरान पूरे झारखंड में इसके काबिज होने का पूर्वानुमान है। राज्य में शनिवार को कई जगहों पर बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया गया है, लेकिन रविवार से दो दिन के लिए यह कुछ धीमा होने के बाद फिर जोर पकड़ेगा।
रांची के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, झारखंड में मानसून का प्रवेश सामान्य अवधि की तुलना में करीब एक हफ्ते देर से हुआ है। यहां इसके प्रवेश की अवधि 10 से 15 जून निर्धारित है। पिछली बार भी यह चार दिन की देरी से 19 जून को झारखंड में प्रवेश किया था। आंकड़ों के मुताबिक जून में राज्य में अबतक मात्र 36 मिमी बारिश हुई है, यह सामान्य 101.5 मिमी की तुलना में 65 फीसदी कम है। रांची में इस माह 54.8 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से करीब 48 फीसदी कम है। इधर, शुक्रवार को वज्रपात से रांची जिले में दो, हजारीबाग में एक और लोहरदगा में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
सामान्य से 65 फीसदी कमजोर है मानसून
विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान कई जगहों पर बारिश हुई। बारिश होने का सिलसिला जारी है। अगले 24 घंटों के दौरान भी कई स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है। विभाग के मुताबिक सबसे अधिक बारिश पश्चिमी सिंहभूम के जगन्नाथपुर में 74.5 मिमी बारिश हुई। जबकि पूर्वी सिंहभूम में 42.8 मिमी, रांची में 29.4 मिमी बारिश हुई। राज्य के अन्य हिस्सों में हल्के से मध्यम बारिश हुई। जून में दौरान राज्य में अब तक मात्र 36 मिमी बारिश हुई है। यह सामान्य औसत 101.5 मिमी बारिश की तुलना में 65 फीसदी कम है।
राज्य में बारिश से तापमान में तीन से सात डिग्री की गिरावट दर्ज की गई
झारखंड में पिछले दो दिन से बारिश होने से अधिकतम तापमान में तीन से सात डिग्री तक की कमी दर्ज की गई है। बुधवार को रांची का अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री था, जो शुक्रवार को 30.8 डिग्री हो गया। अन्य जिलों के तापमान में भी कमी आयी है। वहीं मेदिनीनगर का अधिकतम पारा सबसे अधिक 39.4 डिग्री रहा। पिछले 48 घंटों के दौरान पारा में तीन डिग्री की कमी आई है।
स्कूलों का समय बदला, अब कक्षाएं सुबह सात से एक बजे तक चलेंगी
राज्य के सभी सरकारी, गैर सरकारी सहायता प्राप्त और गैर सहायता प्राप्त स्कूल शनिवार से सुबह सात से दोपहर एक बजे तक चलेंगे। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इसका आदेश जारी कर इसे तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है। भीषण गर्मी के कारण अभी स्कूल सुबह सात से 11.30 बजे तक ही चल रहे थे। लेकिन, तापमान में कमी से ऐसा निर्णय लिया गया है। तापमान में गिरावट और मौसम में बदलाव को देखते हुए विभाग ने स्कूलों का समय बदल दिया है। एक जुलाई से सभी स्कूल सुबह नौ से अपराह्न तीन बजे तक चलेंगे। आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
कृषि विशेषज्ञ ने बिचड़ा के लिए खेत में धान के बीज लगाने की सलाह दी
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय कांके के पूर्व डीन एग्रीकल्चर डॉ एमएस यादव ने किसानों से खेत तैयार कर बीज लगाने की सलाह दी है। बताया कि मानसून में बारिश की अनिश्चितता को ध्यान में रखते हुए 120 से 125 दिन में तैयार होने वाले उन्नत प्रभेद के धान के बीज का प्रयोग बिचड़ा के लिए श्रेयस्कर होगा। 20 दिन के बाद ही बिचड़ा की रोपनी लाभप्रद होगी। किसान खरीफ सीजन मे खेत में एक साथ या अलग-अलग मकई-अरहर के बीज लगा सकते हैं। इसके अलावा मूंग, तिल, मूंगफली के बीज लगाने का अभी उपयुक्त समय है।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने कहा, 'झारखंड के पाकुड़ और साहिबगंज में मानसून का प्रवेश हो गया है। पिछले 24 घंटों के दौरान विभिन्न जिलों में बारिश हुई। अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में अच्छी बारिश होने का अनुमान है।'