झारखंडः लापरवाही की हद, साइंस छात्रों को थमाया आर्ट्स का हिन्दी पेपर
दूसरी पाली में आर्ट्स की परीक्षा थी। हिन्दी की छात्राओं को साइंस का प्रश्न पत्र दे दिया गया, जबकि साइंस की परीक्षा पहली पाली में हो चुकी थी। छात्राओं ने बताया कि कॉपी जमा करने के समय उजागर मामला हुआ।
जैक बोर्ड की एक बड़ी लापहवाही उजागर हुई है। 11वीं की परीक्षा के दौरान आर्ट्स के विद्यार्थियों को साइंस संकाय का प्रश्न पत्र बांटे जाने का मामला सामने आया है। यह मामला जिला स्कूल का है, जहां शिव नारायण कन्या पाठशाला का सेंटर था। शनिवार को हिन्दी व अंग्रेजी कोर की परीक्षा थी। गड़बड़ी हिन्दी में हुई।
दूसरी पाली में आर्ट्स की परीक्षा थी। इस दौरान हिन्दी की छात्राओं को साइंस का प्रश्न पत्र दे दिया गया, जबकि साइंस की परीक्षा पहली पाली में हो चुकी थी। छात्राओं ने बताया कि जब कॉपी जमा करने गए तब देखा कि साइंस/कॉमर्स संकाय का प्रश्न पत्र है। ऐसे कुछ छात्राओं की परीक्षा प्रश्न पत्र बदलकर फिर से ले ली गई, जबकि अधिकांश कॉपी जमा कर लौट गई थीं।
परीक्षा रद्द करने की मांग
एक छात्रा ने बताया कि घर जाने के क्रम में जब जानकारी मिली तो स्कूल आए, तबतक स्कूल बंद हो चुका था। अब उनका कहना है कि यह परीक्षा रद्द कर फिर से ली जानी चाहिए। ऐसा नहीं हुआ तो रिजल्ट पर असर पड़ेगा। इस मामले में शिक्षकों ने बताया कि छात्र कोई भी कोर विषय चुन सकते हैं, लेकिन एक ही विषय होने के बाद भी साइंस और आर्ट्स के लिए प्रश्न पत्र अलग तैयार किए जाते हैं।
स्कूल ने मानी गलती
जिला स्कूल की प्राचार्या दीपा चौधरी ने बताया कि गलती से साइंस/कॉमर्स संकाय का प्रश्न पत्र दे दिया गया था। गलती को समय रहते ही सुधार लिया गया था। अब छात्राएं कैसे कह रही हैं, इसका पता लगाएंगे।